Pakistan: शहबाज की निकली हेकड़ी, देशवासियों की जान में बनी तो भारत से दवा आयात करने के लिए हुए बाध्य
आर्थिक संकट में फंसा पाकिस्तान अब भारत से दवाओं का आयात करने के लिए बाध्य हुआ है। 2019 में जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के विरोध में पाकिस्तान ने भारत के साथ न केवल कूटनीतिक संबंध सीमित किए बल्कि द्विपक्षीय व्यापार भी निलंबित कर दिया था। इसके बाद विदेशी मुद्रा भंडार रिक्त होने के करीब पहुंच जाने से पाकिस्तान भुगतान संकट का सामना कर रहा है।
इस्लामाबाद, पीटीआई। आर्थिक संकट में फंसा पाकिस्तान अब भारत से दवाओं का आयात करने के लिए बाध्य हुआ है। 2019 में जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के विरोध में पाकिस्तान ने भारत के साथ न केवल कूटनीतिक संबंध सीमित किए बल्कि द्विपक्षीय व्यापार भी निलंबित कर दिया था।
पाकिस्तान में वित्तीय संकट
इसके बाद विदेशी मुद्रा भंडार रिक्त होने के करीब पहुंच जाने से पाकिस्तान भुगतान संकट का सामना कर रहा है और दूसरे देश से आयात नहीं हो पा रहा है। भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में खटास के बीच पाकिस्तान के औषधि नियामक प्राधिकार (डीआरएपी) ने गुरुवार को कहा कि आयात नीति आदेश 2022 के तहत अस्पतालों या सामान्य व्यक्ति के लिए प्राधिकार से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर भारत से अत्यंत आवश्यक दवाओं का आयात करना प्रतिबंधित नहीं है।
भारत से दवा आयात को मंजूरी
अस्पताल और नागरिक अपने इस्तेमाल के लिए कैंसर रोधी दवा एवं वैक्सीन समेत अन्य आवश्यक दवाएं भारत से आयात कर सकते हैं। दी न्यूज इंटरनेशनल समाचार पत्र के अनुसार, डीआरएपी के अधिकारियों ने स्वास्थ्य पर सीनेट की स्थायी समिति के एक सत्र के दौरान यह बयान दिया। सीनेटर प्रोफेसर मेहर ताज रोघानी ने वित्तीय संकट के दौरान देश में कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण दवाओं की अनुपलब्धता का मुद्दा उठाया था।