Pakistan: जांच एजेंसी के चंगुल में फिर से फंसा इमरान खान, सिफर मामले में FIA ने भेजा नोटिस
एफआईए ने बुधवार को सिफर (गुप्त संचार) मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को एक अगस्त को पेश होने के लिए बुलाया। सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार के खिलाफ अमेरिकी साजिश रची गई है। साइफर केस इसी से संबंधित है। इमरान खान को पिछले साल पीएम पद से हटना पड़ा था।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 27 Jul 2023 08:32 AM (IST)
इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। इमरान खान कई मामलों का सामना कर रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान के संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने उन्हें एक नए मामले में नोटिस जारी किया है।
FIA ने इमरान खान को एक अगस्त को बुलाया
एफआईए ने बुधवार को सिफर (गुप्त संचार) मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को एक अगस्त को पेश होने के लिए बुलाया। सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार के खिलाफ अमेरिकी साजिश रची गई है। साइफर केस इसी से संबंधित है।
इमरान खान ने पिछले साल अमेरिका को लेकर किया था दावा
इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में पीएम पद से हटना पड़ा था। इमरान खान ने मार्च 2022 में एक सार्वजनिक सभा में एक लेटर दिखाया था, जिसमें दावा किया गया था कि यह उनकी सरकार को गिराने के लिए अमेरिका द्वारा समर्थित अंतरराष्ट्रीय साजिश का सबूत है।इमरान खान से पहले भी हुई है पूछताछ
इससे एक दिन पहले एफआईए ने पूर्व प्रधानमंत्री से करीब दो घंटे तक पूछताछ की थी और उनका बयान दर्ज किया था। ताजा नोटिस में जांच एजेंसी ने खान को सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ एक अगस्त को दोपहर में अपनी संयुक्त जांच टीम के सामने पेश होने के लिए कहा है।
इस सप्ताह की शुरुआत में, संघीय एजेंसी ने विवादास्पद अमेरिकी सिफर की चल रही जांच के संबंध में पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरेशी से लगभग दो घंटे तक पूछताछ की।
आजम खान के बयान के बाद सिफर विवाद पकड़ी रफ्तार
बता दें कि सिफर ड्रामा ने पिछले हफ्ते एक नया मोड़ ले लिया, जब पीटीआई प्रमुख के सहयोगी आजम खान ने मजिस्ट्रेट के सामने एक बयान दर्ज किया और खुलासा किया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री (इमरान खान) ने 2022 में वाशिंगटन में पाकिस्तान के दूत द्वारा भेजे गए एक राजनयिक सिफर का इस्तेमाल एक साजिश रचने के लिए किया था।
सिफर मामले पर इमरान खान ने कहा कि जब तक पूरी जानकारी सामने नहीं आ जाती, वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आजम खान ने ये बयान किन परिस्थितियों में दिया है।