पाकिस्तान के मंत्री की हेकड़ी निकल गई! कभी उड़ाया था ISRO का मजाक, अब चंद्रयान-3 को Live दिखाने की कर रहे मांग
Fawad Hussain mocked ISRO एक समय था जब पाकिस्तान के मंत्री फवाद खान ने भारत के चंद्रयान-2 मून मिशन का मजाक उड़ाया था। वहीं इसके उलट उन्होंने आज भारत के चंद्रयान-3 मून मिशन की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि ये मानव जाति के लिए ऐतिहासिक क्षण है। इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार से चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण करने की भी बात कही है।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Wed, 23 Aug 2023 09:32 AM (IST)
Fawad Hussain on Chandrayaan-3: सालों तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का मजाक उड़ाने के बाद, पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन ने मंगलवार को भारत के तीसरे चंद्र मिशन 'चंद्रयान 3' (Chandrayaan 3 moon mission live) की प्रशंसा की और इसे "मानव जाति के लिए ऐतिहासिक क्षण" बताया।
भारत को बधाई देते हुए, इमरान खान शासन के तहत पूर्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री (Pakistan leader Fawad Hussain) ने अपने देश से बुधवार शाम को चंद्रयान -3 की चंद्रमा लैंडिंग का प्रसारण करने का आग्रह किया।
उन्होंने एक्स पर लिखा, “पाक मीडिया को कल शाम 6:15 बजे चंद्रयान की चंद्रमा पर लैंडिंग को लाइव दिखाना चाहिए… मानव जाति के लिए ऐतिहासिक क्षण, विशेष रूप से भारत के लोगों, वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष समुदाय के लिए…।” बहुत-बहुत बधाई।
Pak media should show #Chandrayan moon landing live tomorrow at 6:15 PM… historic moment for Human kind specially for the people, scientists and Space community of India…. Many Congratulations
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) August 22, 2023
2019 में खान ने भारत के मून मिशन का उड़ाया था मजाक
यह पूर्व पाकिस्तानी मंत्री द्वारा 2019 में चंद्रयान -2 (Chandrayaan-2 moon mission) मिशन के दौरान भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी को बेरहमी से ट्रोल करने के बाद आया है।
उन्होंने (Fawad Hussain Mocked ISRO) दूसरे चंद्र मिशन पर ₹900 करोड़ खर्च करने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल उठाया था और कहा था कि "किसी अज्ञात क्षेत्र में उद्यम करना बुद्धिमानी नहीं है"।
पिछले मिशन के अंतिम चरण में विफल होने के बाद उन्होंने अपने एक्स पोस्ट पर हैशटैग 'इंडिया फेल्ड' का भी इस्तेमाल किया था, जब विक्रम लैंडर का चंद्रमा से सिर्फ 2.1 किमी ऊपर जमीनी स्तर से संपर्क टूट गया था।