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तो चमक जाएगी कंगाल पाकिस्तान की किस्मत? पड़ोसी मुल्क को समुद्र में मिला 'खजाना'

पाकिस्तान की समुद्री सीमा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस का एक बड़ा भंडार मिला है। भौगोलिक सर्वेक्षण के जरिए पाकिस्तान ने भंडार के स्थान की पहचान की। संबंधित विभागों ने सरकार को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के भंडार मिलने की जानकारी दी है। हालांकि अधिकारियों ने जानकारी दी है कि कुएं खोदने और वास्तव में तेल निकालने के काम में कई साल लग सकते हैं।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 07 Sep 2024 04:22 PM (IST)
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पाकिस्तान की समुद्री सीमा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस का एक बड़ा भंडार मिला।(फोटो सोर्स: जागरण)

पीटीआई, इस्लामाबाद। महंगाई और आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान की किस्मत बदल सकती है। पाकिस्तान की समुद्री सीमा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस का एक बड़ा भंडार (Oil, gas reserves found in Pakistan) मिला है।  यह भंडार इतना बड़ा है कि इसका दोहन देश की किस्मत बदल सकता है।

डॉन न्यूज टीवी ने शुक्रवार को एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के हवाले से बताया कि तेल और गैस भंडार की उपस्थिति को सत्यापित करने के लिए एक मित्र देश के सहयोग से तीन साल का सर्वेक्षण किया गया था।

तेल निकालने में लग सकते हैं कई साल

भौगोलिक सर्वेक्षण के जरिए पाकिस्तान ने भंडार के स्थान की पहचान की। संबंधित विभागों ने सरकार को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के भंडार मिलने की जानकारी दी है। हालांकि, अधिकारियों ने जानकारी दी है कि कुएं खोदने और वास्तव में तेल निकालने के काम में कई साल लग सकते हैं।

जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या ये भंडार देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है, तो उन्होंने कहा कि यह उत्पादन के आकार और पुनर्प्राप्ति दर पर निर्भर करता है। यदि यह गैस भंडार है, तो यह एलएनजी आयात का स्थान ले सकता है और यदि यह तेल भंडार है, तो हम आयातित तेल का स्थान ले सकते हैं।"

तेल निकालने के लिए 5 बिलियन अमेरिका डॉलर निवेश की जरूरत

हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि जब तक भंडार की संभावनाओं का विश्लेषण नहीं किया जाता और ड्रिलिंग प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती, तब तक यह 'इच्छाधारी सोच' है। उन्होंने बताया कि अकेले अन्वेषण के लिए लगभग 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के भारी निवेश की आवश्यकता है और किसी अपतटीय स्थान से भंडार निकालने में चार से पांच साल लग सकते हैं।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि यदि अन्वेषण के परिणामस्वरूप भंडार की खोज होती है, तो भंडार निकालने और ईंधन का उत्पादन करने के लिए कुओं और बुनियादी ढांचे को तैयार करने के लिए और निवेश की आवश्यकता होगी। 

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