मछुआरों के शवों को निकालने के लिए पाक मांग सकता है भारत से मदद, हिजामक्रो क्रीक में नाव पलटने से हुआ था हादसा
पाकिस्तान सरकार उन 14 मछुआरों के शव बरामद करने के लिए भारत से मदद मांग सकती है जो देश के सिंध प्रांत में केटी बंदर के पास नाव पलटने के बाद लापता हैं। इस हादसे में 45 मछुआरे शामिल थे जिसमें से इकतीस मछुआरों को बचा लिया गया जबकि 14 अन्य अभी भी लापता हैं। अभी भी सभी लापता मछुवारों की तलाश जारी है।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार 14 मछुआरों के शव बरामद करने के लिए भारत से मदद मांग सकती है, जो नाव पलटने के बाद से लापता हैं। सिंध के गांव इब्राहिम हैदर के 45 मछुआरे मछली पकड़ने गए थे, लेकिन पांच मार्च को थट्टा में केटी बंदर के पास हिजामक्रो क्रीक में नाव पलट गई। 31 मछुआरों को बचा लिया गया, जबकि 14 लापता हैं।
अधिकारियों ने कहा कि लापता लोगों को ढूंढने के लिए पाकिस्तानी नौसेना, समुद्री सुरक्षा एजेंसियों के गोताखोरों द्वारा अभियान चलाया गया, लेकिन 14 लापता मछुआरों का पता नहीं चल सका।
लापता मछुआरों का लगाया जा रहा है पता
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के विधायक आगा रफीउल्ला ने कहा कि शनिवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह से बात की थी और उनसे भारतीय अधिकारियों से संपर्क करने और लापता मछुआरों का पता लगाने के लिए उनकी मदद लेने को कहा था।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ ने उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार मामले को भारतीय अधिकारियों के साथ उठाएगी, क्योंकि ऐसी आशंका है कि ज्वार की लहरें मछुआरों को भारत की क्षेत्रीय सीमा तक ले गई होंगी। रफीउल्ला ने कहा कि लापता मछुआरे के रिश्तेदारों के संपर्क में हैं।
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