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Islamabad: पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी गिरफ्तार, पुलिस ने की पुष्टि

पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी इमान मजारी को इस्लामाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की पुष्टि इस्लामाबाद पुलिस की ओर से की गई है। हालांकि मंत्री ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि यह कोई गिरफ्तारी नहीं है बल्कि अपहरण और राज्य फासीवाद है। 9 मई को हुई हिंसा के बाद मंत्री ने पार्टी छोड़ दी थी।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 20 Aug 2023 05:51 PM (IST)
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पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी गिरफ्तार
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी इमान मजारी रविवार को घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस्लामाबाद पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है। इमान जैनब मजारी हाजिर द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करने के कुछ घंटों बाद यह गिरफ्तारी हुई है।

मामले को लेकर नहीं किया खुलासा

इस्लामाबाद पुलिस ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर घटनाक्रम की जानकारी दी और कहा, "इस्लामाबाद कैपिटल पुलिस ने अली वजीर और ईमान मजारी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी इस्लामाबाद पुलिस को जांच के लिए वांछित थे। सारी कार्रवाई कानून के मुताबिक की जाएगी। इस्लामाबाद कैपिटल पुलिस के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई खबर को सही माना जाना चाहिए। किसी को भी पुलिस स्टेशन से बयान देने का अधिकार नहीं है।''

हालांकि, पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि आखिर गिरफ्तारी किस मामले की पूछताछ के लिए किया गया है। टार्नोल पुलिस थाने के कर्मचारी ने बताया कि युवा वकील व कार्यकर्ता पर राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करने, धरना देने और प्रतिरोध करने का मामला दर्ज किया गया है।

'यह अपहरण और राज्य फासीवाद'

घटना की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की पूर्व नेता और संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने इसे "अपहरण" और "राज्य फासीवाद" का कृत्य करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मी सामने का दरवाजा तोड़कर उनके घर में घुस आए। उन्होंने कहा कि रात भर की कार्रवाई के दौरान, कर्मियों ने न केवल उनकी बेटी को गिरफ्तार किया, बल्कि सुरक्षा कैमरे, इमान का लैपटॉप और फोन भी जब्त कर लिया।

नाइटवियर बदलने का भी नहीं दिया समय

पूर्व पीटीआई नेता ने आगे खुलासा किया कि उन्होंने उनसे उनके इरादे के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने इमान को खींच लिया और उसके घर के हर कोने की तलाशी लेने लगे। उन्होंने कहा कि जब इमान को अधिकारी ले गए तो वह अपनी नाईट ड्रेस में थी। उन्होंने अपनी बेटी के नाइटवियर बदलने के लिए कुछ समय देने के अनुरोध को भी नजरअंदाज कर दिया।

'कोई वारंट या कानूनी प्रक्रिया नहीं'

पूर्व संघीय मंत्री ने कहा कि कर्मी किसी भी गिरफ्तारी वारंट के साथ नहीं आए और उस के दौरान घर में केवल दो महिलाएं थीं। मजारी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट में कहा, "अभी-अभी महिला पुलिसकर्मी और सादे कपड़े पहने लोग हमारे सामने का दरवाजा तोड़कर मेरी बेटी को उठा ले गए। हमारे सुरक्षा कैमरे और उसका लैपटॉप और सेल छीन लिया।"

उन्होंने कहा, "हमने पूछा कि वे किसके लिए आए थे और उन्होंने इमान को बाहर खींच लिया। उन्होंने पूरे घर में मार्च किया। मेरी बेटी अपने रात के कपड़े में थी और उसने कहा कि मुझे बदलने दो, लेकिन वे उसे खींचकर ले गए। बेशक कोई वारंट या कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि राज्य फासीवाद है। याद रखें कि घर में हम केवल 2 महिलाएं रहती हैं। यह एक अपहरण है।"

9 मई की हिंसा के बाद छोड़ी पार्टी

मई में, प्रमुख पीटीआई नेता और पूर्व संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने 9 मई की हिंसा के मद्देनजर पीटीआई और राजनीति छोड़ दी। 9 मई की घटनाओं के बाद से मजारी को कई बार गिरफ्तार किया गया है। अदालत द्वारा उसकी रिहाई का आदेश दिए जाने के बाद, उसे बिना नंबर प्लेट वाले वाहन में ले जाया गया। 9 मई को खारियान में पार्टी समर्थकों को भड़काने के मामले में पुलिस ने मजारी को कोर्ट में पेश किया था।