Move to Jagran APP

Afghan Refugees: अफगान शरणार्थियों से दो लाख एक्जिट फीस वसूल रहा PAK, पश्चिमी देशों के राजनयिकों और UN ने की आलोचना

पाकिस्तान की ओर से अफगानी शरणार्थियों को जबरन देश से बाहर निकालने का कार्य जारी है। इस बीच पश्चिमी देशों में पुनर्वास की उम्मीद में पाकिस्तान में मौजूद प्रत्येक अफगानी शरणार्थियों से सरकार एक्जिट फीस वसूल रही है। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबानियों के कब्जे के बाद से बिना पूर्ण दस्तावेज या वीजा समाप्त होने के बाद भी बड़ी संख्या में अफगानी पाकिस्तान में रह रहे हैं।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 25 Nov 2023 05:48 PM (IST)
Hero Image
पाकिस्तान में मौजूद अफगानी शरणार्थी (फोटो: एएफपी)
एएनआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान की ओर से अफगानी शरणार्थियों को जबरन देश से बाहर निकालने का कार्य जारी है। इस बीच, पश्चिमी देशों में पुनर्वास की उम्मीद में पाकिस्तान में मौजूद प्रत्येक अफगानी शरणार्थियों से सरकार एक्जिट फीस के रूप में 830 डॉलर (2,36,965 पाकिस्तानी रुपये) वसूल रही है। इस कदम को लेकर कई पश्चिमी राजनयिकों और संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है।

अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबानियों के कब्जे के बाद से बिना पूर्ण दस्तावेज या वीजा समाप्त होने के बाद भी बड़ी संख्या में अफगानी पाकिस्तान में रह रहे हैं। वे पश्चिमी देशों में अपने जीवन की नई शुरुआत की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनमें से अधिकांश ने पश्चिमी सरकारों और संगठनों के साथ काम किया है और मानवीय आधार पर पुनर्वास के पात्र हैं। अमेरिका 25,000 और ब्रिटेन 20,000 लोगों के पुनर्वास की तैयारी कर रहा है।

यह भी पढ़ें: ईरान से बड़े पैमाने पर लौट रहे शरणार्थी, करीब 2 हजार प्रवासी पहुंचे अफगानिस्तान

क्या कुछ बोले वरिष्ठ पश्चिमी राजनयिक

पाकिस्तान में वरिष्ठ पश्चिमी राजनयिकों ने कहा कि पाकिस्तान का यह एक्जिट फीस अपने आप में अनोखा और झटके के समान है। शरणार्थियों से पैसे कमाने की कोशिश वास्तव में एक अजीब कदम है। एक राजनयिक ने कहा कि इस मामले को संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने भी उठाया है।

यह भी पढ़ें: 'डार्लिंग ऑफ कोर्ट हैं इमरान खान', कार्यवाहक गृह मंत्री बोले- अदियाला जेल में PTI प्रमुख को मिली हैं शाही सुविधाएं

'क्रेडिट कार्ड से होगा भुगतान'

एक अन्य राजनयिक ने कहा कि एक्जिट फीस का भुगतान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किया जाना है। इससे स्थिति और खराब हो गई है, क्योंकि इसका भुगतान शरणार्थियों द्वारा किया जाना चाहिए और उनमें से अधिकांश के पास क्रेडिट कार्ड नहीं हैं। मुझे लगता है कि हमें शरणार्थियों की मदद के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।