पाकिस्तान में एक दिन में सामने आए कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 1300 नए मामले
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 1300 नए मामले दर्ज किए गए। इसी के साथ एक दिन में 32 मौतें भी हुई हैं। ये अब तक का एक दिन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
By Vinay TiwariEdited By: Updated: Sun, 03 May 2020 02:36 PM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शनिवार को पाकिस्तान में अब तक के रिकॉर्ड एक दिन में 1300 नए मामले दर्ज किए गए। इन मरीजों की संख्या में इजाफे के साथ ही अब पाकिस्तान में संक्रमण का कुल मामला बढ़कर 18 हजार 851 तक पहुंच गया है।
पाकिस्तान की प्रमुख वेबसाइट डॉन के अनुसार कोरोना से अब तक यहां पर कुल 432 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें एक मई के बाद से अब तक सबसे अधिक मौतें भी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में पाकिस्तान में कोरोना से 32 लोगों की मौत हो चुकी है।पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय की ओर से भी ये जानकारी दी गई है कि कोरोना महामारी के चलते बीते 24 घंटे में 32 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय ने बताया कि 4,715 लोग उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय की ओर से बताया गया कि बीते 24 घंटे में 9,164 जांच परीक्षणों सहित देश में अब तक 1,93,859 जांच परीक्षण किए जा चुके हैं।
देश में संक्रमण के कुल मामलों में पंजाब प्रांत में सर्वाधिक 6,733, सिंध में 6,675, खैबर पख्तूनख्वा में 2,799, बलूचिस्तान में 1,136, इस्लामाबाद में 365, गिलगित-बाल्तिस्तान में 340 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 66 मामले हैं। पाकिस्तान ने कोरोनोवायरस से हुई रिकॉर्ड संख्या में से लगभग आधी मौतें अकेले खैबर पख्तूनख्वा से देखीं, क्योंकि देश भर में पुष्टि के मामलों की संख्या शनिवार को 18,700 हो गई। प्रधान मंत्री के विशेष सहायक डॉ. जफर मिर्जा ने बताया कि सिंध से कुल 1,297 नए मामले सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि जो 32 मौतें हुई हैं उनमे से 31 अस्पतालों में भर्ती थे और एक की मौत घर पर हुईं। 14 मरीज वेंटिलेटर पर थे और 17 अस्पतालों के आइसीयू में भर्ती थे। उन्होंने बताया कि 4,715 रोगी पूरी तरह से बीमारी से उबर चुके थे। दरअसल जब से देश में कोरोना वायरस का संक्रमण शुरु हुआ उसके बाद पाकिस्तान ने अपने यहां इससे निपटने के लिए कदम उठाने शुरू नहीं किए।
पहली बार में तो इमरान खान ने कहा कि वो देश में लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था ऐसी नहीं है कि सभी कामों को बंद कर दिया जाए। उसके बाद सेना ने इसमें हस्तक्षेप किया फिर लॉकडाउन किया गया। इसके बाद भी तमाम लोग इन कानूनों को मानने के लिए तैयार नहीं थे जिसकी वजह से कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा होता चला गया।