Brahmos Fire Accident : पाकिस्तान ने गलती से ब्रह्मोस दगने के मामले में संयुक्त जांच की मांग दोहराई
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार देर रात भारत की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उसने कहा कि पाकिस्तान इस मामले को भारत द्वारा कथित रूप से बंद किए जाने को सिरे से खारिज करते हुए संयुक्त जांच की अपनी मांग को दोहराता है।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 06:57 PM (IST)
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान ने नौ मार्च को गलती से सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागे जाने के मामले में भारत की कार्रवाई को अपर्याप्त बताते हुए संयुक्त जांच की मांग दोहराई है। गलती से दागी गई मिसाइल पाकिस्तानी सीमा में जा गिरी थी। इसके लिए जिम्मेदार भारतीय वायुसेना के तीन अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि कोर्ट आफ इंक्वायरी (COI) ने तीनों अधिकारियों को मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन नहीं करने का दोषी पाया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार देर रात भारत की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उसने कहा, 'पाकिस्तान इस मामले को भारत द्वारा कथित रूप से बंद किए जाने को सिरे से खारिज करते हुए संयुक्त जांच की अपनी मांग को दोहराता है। घटना के बाद भारत द्वारा उठाए गए कदम, उससे निकले निष्कषर्ष व कोर्ट आफ इंक्वायरी द्वारा दी गई सजा असंतोषजनक व अपर्याप्त है।'
पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत मामले की संयुक्त जांच करने की उसकी मांग का जवाब देने में नाकाम रहा है। सामरिक हथियारों को संभालने में गंभीर प्रणालीगत व तकनीकी त्रुटियों को व्यक्तिगत मानवीय गलती के आवरण से छुपाया नहीं जा सकता।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में जताया था खेद
बता दें कि भारत की मिसाइल दुर्घटनावश पाकिस्तान के क्षेत्र में चले जाने की घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी खेद जताया था। उन्होंने संसद में कहा था कि सरकार ने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। रक्षा मंत्री ने कहा था कि भारत की मिसाइल प्रणाली बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद है। देश का रक्षा प्रतिष्ठान सुरक्षित प्रक्रियाओं और मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। संसद में उन्होंने कहा था कि 9 मार्च को अनजाने में जो मिसाइल रिलीज हुई, उसके लिए हमें खेद है। राहत की बात यह रही कि कोई नुकसान नहीं हुआ।