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Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में महिला विधायक पर फेंका गया जूता और लोटा, पीटीआई कार्यकर्ताओं पर लगे हमले के आरोप

Pakistan News खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में महिला विधायक सोबिया शाहिद पर हमला हुआ है। पीएमएल-एन के प्रांतीय अध्यक्ष अमीर मुकाम ने कहा कि घटना में शामिल पीटीआई कार्यकर्ताओं ने भी नारे लगाए और महिला विधायक के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। नवाज शरीफ की पार्टी ने पुलिस को शिकायत कर पीटीआई कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 03 Mar 2024 05:25 PM (IST)
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Pakistan News महिला विधायक पर जूते से हमला

एजेंसी, इस्लामाबाद। Pakistan News पाकिस्तान में एक महिला विधायक पर जूते से हमला किया गया है। नवाज शरीफ की पार्टी मुस्लिम लीग-नवाज ने पुलिस को शिकायत कर पीटीआई कार्यकर्ताओं पर जूता और लोटा फेंकने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

विधानसभा में महिला विधायक पर फैंका जूता

पाकिस्तान स्थित डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 20 फरवरी को खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में महिला विधायक सोबिया शाहिद पर हमला हुआ है। पीएमएल-एन के प्रांतीय अध्यक्ष अमीर मुकाम ने कहा कि घटना में शामिल पीटीआई कार्यकर्ताओं ने भी नारे लगाए और महिला विधायक के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को हुई घटना से पता चलता है कि पीटीआई कार्यकर्ताओं को नहीं पता कि महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करना है। 

विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग 

अमीर मुकाम ने कहा कि पीटीआई ने विधानसभा में गुंडों को आमंत्रित किया था, जिन्होंने विपक्षी सदस्यों, विशेषकर महिलाओं का अपमान किया। उन्होंने कहा कि पीटीआई ने सदन की पवित्रता का उल्लंघन किया।

अमीर मुकाम ने महिला नेता पर हमले पर खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की।

जांच कराने की मांग

मुकाम ने इस हमले को गंभीर मामला बताया और जोर दिया कि इसकी तुरंत जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरे प्रांत का अपमान हुआ है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, मुकाम ने कहा, "हमारे पास यह साबित करने के लिए वीडियो क्लिप हैं कि असेंबली में सोबिया शाहिद पर बोतलें फेंकी गईं। उन्होंने कहा कि जो भी इसमें शामिल है उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए और दंडित किया जाना चाहिए। 

पीएमएल-एन नेता ने कहा कि एक तरफ, पीटीआई विधायक विधानसभा में महिलाओं और गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित सीटों पर दावा करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और दूसरी तरफ पीटीआई ने विधानसभा सत्र बुलाकर अपने दोहरे मापदंड का प्रदर्शन किया।

उन्होंने विधानसभा में जूता और लोटा फेंकने वालों के खिलाफ स्थानीय पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं करने पर घटना की संघीय जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग की।