Pakistan News: पाकिस्तान टीवी चैनल के संस्थापक-एंकर पर 'देशद्रोह' का मामला दर्ज, PEMRA ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
पाकिस्तान सरकार ने वहां के एक मुख्य टीवी चैनल के संस्थापक-एंकर पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया है क्योंकि उस पर आरोप था कि वह पाकिस्तान सरकार की आलोचना कर रहा था। अब पाकिस्तान सरकार के इस कदम की आलोचना हो रही है।
By Babli KumariEdited By: Updated: Wed, 10 Aug 2022 01:24 PM (IST)
कराची, एजेंसी। पाकिस्तान सरकार द्वारा निजी टेलीविजन ब्राडकास्टर एआरवाई न्यूज पर 'राज्य विरोधी प्रचार' करने के कारण कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही एआरवाई न्यूज के संस्थापक और सीईओ सलमान इकबाल व दो न्यूज एंकरों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले के बारे में चैनल ने बताया कि थाना प्रभारी (एसएचओ) की शिकायत पर कराची के मेमन गोथ पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज की गई है। एआरवाई न्यूज के प्रमुख अम्माद यूसुफ की गिरफ्तारी से ठीक एक घंटे पहले प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एंकर, अरशद शरीफ और खरवार घुमन पर 'देशद्रोह' के आरोप लगाए गए हैं। एफआईआर में धारा 120, 124ए, 131, 153ए के तहत दर्ज की गई है जिसमें देशद्रोह और कथित साजिश रचने के आरोप शामिल हैं।
PEMRA द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी
चैनल ने कहा कि देश के नियामक अधिकारियों द्वारा पाकिस्तानी टेलीविजन स्टेशन एआरवाई न्यूज के प्रसारण को बंद करने के एक दिन बाद वरिष्ठ उपाध्यक्ष अम्माद यूसुफ को कराची से बुधवार तड़के गिरफ्तार किया गया। यूसुफ की गिरफ्तारी चैनल के बाद हुई है, जो देश का सबसे बड़ा निजी प्रसारक है, जिसे सोमवार को पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया रेगुलेटरी अथारिटी (PEMRA) द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया गया था।
एआरवाई न्यूज ने कहा कि उसके पत्रकार को कराची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और छापेमारी करने वाली एक टीम आधी रात को मुख्य द्वार से उसके घर में घुस गई। इसने यूसुफ की गिरफ्तारी को चैनल के खिलाफ सरकार द्वारा जवाबी कार्रवाई करार दिया और कहा कि सादे कपड़ों में पुलिस अधिकारी जबरन पत्रकार के घर में घुसे।
पीटीआई नेता मुराद सईद ने वरिष्ठ पत्रकार की देर रात गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है।
डान की रिपोर्ट के अनुसार, नियामक निगरानी संस्था पीईएमआरए ने आरोप लगाया है कि चैनल 'गलत, घृणित और देशद्रोही' सामग्री प्रसारित कर रहा था, जो 'सशस्त्र बलों के भीतर विद्रोह को भड़काकर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक स्पष्ट और वर्तमान खतरे के साथ दुष्प्रचार पर आधारित थी। चैनल को अपने नोटिस में समाचार एंकर को 'पक्षपाती' करार दिया।
PEMRA ने चैनल के सीईओ को आज (10 अगस्त) सुनवाई के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने का भी निर्देश दिया है।
पूरे प्रकरण को चैनल द्वारा प्रसारित एक समाचार के कारण जारी रखा गया था कि कैसे सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) ने कथित तौर पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बदनाम करने के लिए अपने रणनीतिक मीडिया सेल को सक्रिय कर दिया है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, एआरवाई न्यूज को पीईएमआरए नोटिस में आरोप लगाया गया है कि पीटीआई नेता शहबाज गिल ने 'बेहद घृणित और देशद्रोही' टिप्पणी की थी, जो 'विद्रोह के लिए सशस्त्र बलों को उकसाने' के समान थी।
इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए पूछा, 'क्या इस तरह के शर्मनाक कृत्य किसी भी लोकतंत्र में हो सकते हैं?' इमरान खान ने ट्वीट किया, 'यह अपहरण है, गिरफ्तारी नहीं। क्या इस तरह की शर्मनाक हरकत किसी लोकतंत्र में हो सकती है? राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ दुश्मन जैसा व्यवहार किया जाता है।
This is an abduction not an arrest. Can such shameful acts take place in any democracy? Political workers treated as enemies. And all to make us accept a foreign backed government of crooks. pic.twitter.com/3NYS1BCjtf
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 9, 2022
एआरवाई न्यूज के प्रसारण के तुरंत बाद, पीटीआई नेता और इमरान खान के करीबी शाहबाज गिल को मंगलवार को इस्लामाबाद में गिरफ्तार कर लिया गया। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि गिल को राज्य की संस्थाओं के खिलाफ जनता को भड़काने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।