Pakistan: 'अघोषित मार्शल लॉ... शर्म आनी चाहिए', इमरान खान की रिहाई को लेकर फिर मचा बवाल; PTI ने दी चेतावनी
Pakistan साल भर से अधिक समय से जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर एक बार फिर बड़ा बवाल हुआ। इस्लामाबाद में रैली की अनुमति न मिलने के बाद बाहरी इलाके में रैली कर रहे पीटीआई कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके सदस्यों पर गोलियां चलाईं। पीटीआई ने इसे अघोषित मार्शल लॉ बताते हुए चेतावनी दी है।
एएनआई, इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आरोप लगाया है कि रविवार को इस्लामाबाद में रैली के दौरान पुलिस द्वारा उसके सदस्यों पर गोलियां चलाई गईं। पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के संस्थापक इमरान खान की रिहाई की मांग करते हुए रैली का आयोजन किया था।
पार्टी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर भारी गोलाबारी की निंदा करते हुए इसे अघोषित मार्शल लॉ बताया है। पीटीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'इस अघोषित मार्शल लॉ में पाकिस्तानी ऐसे दृश्यों के आदी हो गए हैं। इस्लामाबाद में इमरान खान और पीटीआई की रैली के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित शांतिपूर्ण पाकिस्तानियों पर इस्लामाबाद पुलिस द्वारा भारी गोलाबारी। अवैध, सत्तावादी शासन द्वारा शर्मनाक, घृणित, हताश, कायरतापूर्ण व्यवहार। एक बार फिर ये शर्मनाक, गैरकानूनी कृत्य लोगों को 'हकीकी आजादी' के लिए लड़ने के संकल्प को मजबूत करते हैं।'
लोगों ने बड़ा संदेश भेजा है: पीटीआई
पीटीआई ने आगे कहा कि पुलिस अधिकारियों को शर्मिंदा होना चाहिए और लोगों ने आज एक बहुत बड़ा संदेश भेजा है। पीटीआई ने अपने पोस्ट में लिखा, 'अब तक की सबसे शांतिपूर्ण भीड़ पर हमला करने के लिए इन पुलिस अधिकारियों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। आईजी इस्लामाबाद और दलाल सरकार को लोगों के जीवन के साथ खेलना बंद करना चाहिए। यह बेहद घृणित और शर्मनाक है, लोगों ने आज एक बड़ा संदेश भेजा है!'पिछले अगस्त से जेल में हैं इमरान
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई ने पहले कई बार अनुमति नहीं मिलने के बाद रविवार को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में रैली शुरू की। कार्यक्रम के लिए पूरे प्रांत से कार्यकर्ता आयोजन स्थल पर एकत्र हुए। रैली की शुरुआत पार्टी नेता हम्माद अजहर ने भीड़ को संबोधित करते हुए की, जहां उन्होंने कहा कि समर्थक आज देश में कानून का शासन और संविधान की सर्वोच्चता स्थापित करने के लिए एकत्र हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आज कोई भी बाधा उन्हें डिगा नहीं पाएगी। उन्होंने कहा, 'ईश्वर की इच्छा से हम इमरान खान की रिहाई सुनिश्चित करेंगे।' रैली, जो शुरू में जुलाई और बाद में अगस्त के लिए निर्धारित थी, अधिकारियों द्वारा सुरक्षा जोखिमों और अशांति की आशंकाओं का हवाला देते हुए अनुमति रद्द करने के बाद, दो बार स्थगित कर दी गई थी। पार्टी पिछले अगस्त से जेल में बंद इमरान खान की रिहाई के लिए समर्थन हासिल करने के लिए रैली कर रही है।
संघर्ष से समझौता नहीं करूंगा: इमरान
जेल में 400 दिन पूरे कर चुके इमरान खान ने रविवार को कहा कि वह जेल में पूरा जीवन बिताने को तैयार हैं, लेकिन हकीकी आजादी के लिए अपने संघर्ष से कोई समझौता नहीं करेंगे। तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद पिछले वर्ष पांच अगस्त को इमरान को गिरफ्तार किया गया था। तब से वह विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं।इमरान ने जवाबदेही कोर्ट में अर्जी दाखिल कर संशोधित भ्रष्टाचार विरोधी कानून के आधार पर 19 करोड़ पाउंड के भ्रष्टाचार मामले में स्वयं को बरी करने की मांग की है। इससे पहले उन्होंने संशोधन की कड़ी आलोचना की थी। उधर, पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री मुहम्मद इशाक डार ने बलूचिस्तान प्रांत और अन्य अशांत क्षेत्रों में मौजूदा हिंसा के लिए पिछली इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इमरान सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से देश में आतंकवाद वापस आने का आरोप लगाया।