Pakistan: ग्वादर में मौलाना की रिहाई के लिए महिलाओं का मार्च, चीन की गतिविधियों के विरोध में 1 साल आंदोलन जारी
Gwadar Women March ग्वादर में आंदोलन चीन को असीमित अधिकार दिए जाने और ग्वादर बंदरगाह व उसके नजदीक के समुद्र में गतिविधियां चलाने का अधिकार देने के विरोध में चल रहा है। महिलाओं का कहना है कि मौलाना को बेवजह गिरफ्तार किया गया है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। Gwadar Women March पाकिस्तान के ग्वादर में हक दो तहरीक के प्रमुख मौलाना हिदायतुर रहमान की रिहाई के लिए महिलाओं का मार्च शुरू हो गया है। मौलाना जनवरी से पुलिस की हिरासत में हैं। महिलाओं के मार्च के बावजूद शहर के हालात सामान्य बने हुए हैं। निषेधाज्ञा लागू कर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। महिलाओं के मार्च का नेतृत्व मासी जैनब कर रही हैं जो ग्वादर में एक साल से ज्यादा से चल रहे आंदोलन का चेहरा बनकर पाकिस्तान में और उसके बाहर उभरी हैं।
जनता की आवाज को दबाना चाहती है पाक सरकार
मासी जैनब ने कहा, मौलाना को बेवजह गिरफ्तार किया गया है। सरकार का ध्यान जनता की समस्याओं पर नहीं है, वह केवल जनता की आवाज को दबाना चाहती है। ग्वादर में आंदोलन चीन को असीमित अधिकार दिए जाने और ग्वादर बंदरगाह व उसके नजदीक के समुद्र में गतिविधियां चलाने का अधिकार देने के विरोध में चल रहा है। क्षेत्र के लोग अब मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जा सकते हैं। पहले यही उनका मुख्य धंधा था।
रियायती दर पर आटा उपलब्ध कराए जाने की मांग
पाकिस्तान के प्रमुख राजनीतिक संगठन जमात-ए-इस्लामी ने सरकार से देश के लोगों को रियायती दर पर आटा देने की मांग की है। कहा कि महंगाई बढ़ने से लोगों का पेट भरना मुश्किल हो रहा है। लोगों को घंटों लाइन में लगे रहने के बावजूद आटा और अन्य खाद्य सामग्री नसीब नहीं हो रही है। इसके कारण समस्याएं और बढ़ रही हैं। इस स्थिति में सबसे ज्यादा मुश्किल महिलाओं की है।