तहरीक-ए-तालिबान ने पाक सरकार के साथ खत्म किया संघर्षविराम समझौता, देश भर में हमला करने के दिए आदेश
तहरीक-ए-तालिबान यानी टीटीपी ने पाकिस्तान की सरकार के साथ संघर्षविराम खत्म कर दिया है। उसने अपने आतंकियों को देश भर में हमला करने का आदेश दिया है। टीटीपी को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 29 Nov 2022 12:07 AM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआइ। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने जून में सरकार के साथ सहमत अनिश्चितकालीन संघर्षविराम को सोमवार को वापस ले लिया और अपने आतंकियों को देश भर में हमले करने का आदेश दिया। आतंकवादी समूह ने एक बयान में कहा कि यह कदम उसने इसलिए उठाया, क्योंकि मुजाहिदीन (आतंकियों) के खिलाफ अलग-अलग इलाकों में सैन्य अभियान चल रहा है। यह बयान इंग्लैंड क्रिकेट टीम के 17 साल बाद पहली टेस्ट-सीरीज खेलने के लिए पाकिस्तान में आने के एक दिन बाद और नए सेना प्रमुख के पदभार ग्रहण करने के एक दिन पहले जारी किया गया है।
2007 में टीटीपी की स्थापना
टीटीपी को पाकिस्तान तालिबान के रूप में भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 2007 में की गई। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे पाकिस्तान में इस्लाम के अपने सख्त ब्रांड को लागू करना है।
पूरे देश में शुरू किए जाएंगे हमले
प्रतिबंधित समूह ने कहा कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू और लक्की मारवात इलाकों में 'सैन्य संगठनों द्वारा लगातार हमलों की एक श्रृंखला शुरू करने' के बाद संघर्ष विराम को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। अब हमारे जवाबी हमले भी पूरे देश में शुरू हो जाएंगे।' फिलहाल इस पर सरकार और खुफिया एजेंसियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।यह भी पढ़ें: सेवानिवृत्ति से एक दिन पहले PAK के सेना प्रमुख बोले- पाकिस्तान सेना ने खुद को देश की रक्षा तक कर दिया है सीमित
जून में टीटीपी ने की युद्धविराम की घोषणा
टीटीपी ने जून में सरकार के साथ युद्धविराम की घोषणा की, लेकिन सुरक्षा बलों पर हमले कभी नहीं रुके। समूह ने कभी जिम्मेदारी का दावा नहीं किया और इसके बजाय उन हमलों के लिए अलग समूहों को दोषी ठहराया। पाकिस्तान ने पिछले साल अंतरिम अफगान सरकार की सुविधा के साथ टीटीपी के साथ बातचीत शुरू की थी, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई।