Pakistan: नवाज के सामने खड़ा हुआ बड़ा संकट; सत्ता साझेदारी फॉर्मूले पर विफल रही वार्ता, जरदारी को इन पदों की लालसा
Pakistan Elections नवाज शरीफ और बिलावल फुट्टो-जरदारी के बीच सत्ता साझेदारी फॉर्मूले पर बातचीत विफल रही है। अब तक हुई वार्ता में फॉर्मूले को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों की ओर से रखे गए प्रस्तावों पर गहन चर्चा की गई लेकिन मौजूदा मामलों को अंतिम रूप देने के लिए और विचार-विमर्श की आवश्यकता है।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में चुनाव संपन्न हुए नौ दिन बीत चुके हैं, लेकिन प्रधानमंत्री कौन बनेगा? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच सत्ता साझेदारी फॉर्मूले पर बातचीत विफल रही। अबतक दोनों पक्षों के बीच तीन दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन फॉर्मूले को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
संपर्क एवं समन्वय समितियों की बैठक
दोनों दलों की संपर्क एवं समन्वय समितियों (CCC) के बीच शनिवार को हुई तीसरी बैठक बेनतीजा रही और दोनों दलों ने सत्ता-साझेदारी फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को एक बार फिर मिलने का फैसला किया। इस बैठक के बाद पीएमएल-एन ने एक बयान जारी कर कहा,
एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों की ओर से रखे गए प्रस्तावों पर गहन चर्चा की गई, लेकिन मौजूदा मामलों को अंतिम रूप देने के लिए और विचार-विमर्श की आवश्यकता है। हालांकि, दोनों पक्षों ने पर्याप्त प्रगति हासिल की।मजबूत लोकतांत्रिक सरकार की आवश्यकता पर जोर देते हुए दोनों पक्षों के साथ बातचीत में अहम प्रगति हुई है।
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नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है।
आम चुनाव परिणाम
सनद रहे कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की 265 में से 93 सीटों पर कब्जा किया। वहीं, पीएमएल-एन को 75 और पीपीपी को 54 सीटों पर जीत मिली। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने भी 17 सीटों पर बाजी मार ली।