पाकिस्तान में ब्लैकआउट के बाद बिजली आपूर्ति बहाल, सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब लिए मजे
पाकिस्तान में इस्लामाबाद लाहौर कराची रावलपिंडी और मुल्तान समेत कई शहरों में बैल्क आउट के बाद रविवार को काफी जद्दोजहद के बाद बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। इस घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sun, 10 Jan 2021 07:00 PM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान में इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, रावलपिंडी और मुल्तान समेत कई शहरों में बैल्क आउट के बाद रविवार को काफी जद्दोजहद के बाद कहीं पूरी तरह तो कहीं आंशिक तौर पर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। समाचार एजेंसी पीटीआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिजली प्रणाली में खराबी के चलते देश के अनेक शहरों और कस्बों में शनिवार रात बिजली आपूर्ति अचानक ठप हो गई जिससे हर ओर अंधेरा छाया गया।
अंधेरे में डूबे कराची, रावलपिंडी, लाहौर, इस्लामाबाद, मुल्तान
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के कई शहरों में आधी रात के बाद अचानक एक ही समय बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इसकी वजह से कराची, रावलपिंडी, लाहौर, इस्लामाबाद, मुल्तान के अलावा कई अन्य शहरों में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पहले जैसी स्थिति लाने में लगेगा वक्त ऊर्जा मंत्री उमर अयूब खान ने कहा कि तकनीकी दल बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटा है। इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, मुल्तान, कराची और फैसलाबाद जैसे शहरों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है लेकिन पहले जैसी स्थिति लाने में थोड़ा वक्त लगेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान को मौजूदा स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
वजहों का नहीं चला पता सूचना मंत्री शिबली फराज ने बताया कि सिंध प्रांत में गुड्डू बिजली संयंत्र में शनिवार रात 11.41 बजे अचानक बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। वहीं इस्लामाबाद के उपायुक्त हमजा शफकत ने कहा कि नेशनल ट्रांसमिशन डिस्पैच कंपनी की लाइनें खराब होने के चलते यह समस्या आई। हालांकि बिजली आपूर्ति किस वजह से ठप हुई इस बात का पता नहीं चल सका है। इमरान सरकार का कहना है कि अभी सब कुछ सामान्य होने में थोड़ा वक्त लगेगा।
अचानक 50 से शून्य पर आ गई फ्रीक्वेंसीपाकिस्तानी अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने अपनी रिपोर्ट में ऊर्जा मंत्री के हवाले से बताया है कि तकनीकी खराबी आने के बाद पावर प्लांट शेफ्टी सिस्टम अपने आप बंद होने लगे। पता नहीं चल सका है कि ब्लैकआउट की वजह क्या थी और कैसे अचानक पावर ट्रांसमिशन सिस्टम की फ्रीक्वेंसी 50 से शून्य पर आ गई। नवाज शरीफ सरकार में भी हुई थी घटनाएं
पाकिस्तान में इस ब्लैक आउट के बाद सियासत भी गरमा गई है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री शिबली फराज ने इस वाकए के लिए लिए पुराने ट्रांसमिशन सिस्टम को दोषी ठहराया है। उनका कहना है कि साल 2013-18 के बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की सरकार के दौरान देश में आठ बार ब्लैक आउट की घटनाएं हुई थीं।सोशल मीडिया पर टॉप ट्रेंड
पाकिस्तान में इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर #Blackout और #LoadShedding ट्रेंड करने लगा। लोग इस ब्लैक आउट को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। पाकिस्तान में कराची शहर को सिटी ऑफ लाइट कहा जाता है। ट्विटर पर एक बिन युसूफ (@AbuBakarYousuf6) ने लिखा दुनिया का आठवां अजूबा सिटी ऑफ लाइट में बिजली नदारद। एक शख्स ने सोशल मीडिया पर लिखा... पूरे पाकिस्तान में ब्लैकआउट है। लोगों ने खूब कसे तंज
एक अन्य ने लिखा कि कराची, मुल्तान, लाहौर और इस्लामाबाद सभी अंधेरे में डूब गए हैं। बताया जाता है कि रविवार तड़के तक 52,800 से अधिक ट्वीट पाकिस्तान में हुए ब्लैक आउट को लेकर हुए। एक यूजर ने लिखा आखिरकार इमरान खान ने नए पाकिस्तान को नाइट मोड में ला ही दिया। एक यूजर ने तंज कसा... उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना करें जो इस कोरोना काल में वेंटीलेटर पर मौत से संघर्ष कर रहे हैं।