पीएम रहते हुए इमरान खान को किया जाता था ब्लैकमेल, किसी दूसरे के पास थी सत्ता की असली चाभी!
इमरान खान ने कहा है कि जब वो पीएम थे तब भी उनके पास में सत्ता की असली चाभी नहीं थी। इसे बाद भी हर चीज की जिम्मेदारी उनकी ही थी। उन्होंने कहा कि उन्हें हर तरफ से ब्लैकमेल किया जा रहा था।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 13 Oct 2022 09:21 AM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। पीटीआई चीफ और पूर्व पीएम इमरान खान के एक बयान ने पाकिस्तान की सियासत में खलबली मचा दी है। ये बयान उन्होंने एक दिन पहले ही दिया है और तभी से अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है। दरअसल, इमरान खान ने एक प्रेस कांफ्रेंस में ये कहकर सनसनी फैला दी है कि जब वो पीएम थे तभी भी सत्ता की असली चाभी उनके पास न होकर किसी दूसरे के हाथों में थी। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में यहां तक कहा कि पीएम रहते हुए हर चीज की जिम्मेदारी उनकी थी लेकिन फैसला किसी दूसरे का था। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि आखिर वो किसकी तरफ इशारा कर रहे हैं।
बंधे हुए थे दोनोंं हाथ
इमरान खान का यहां तक कहना है कि उनके दोनों हाथ बंधे हुए थे और उन्हें हर तरफ से ब्लैकमेल किया जा रहा था। उन्होंने ये भी कहा कि नेशनल अकांउटिबिलिटी ब्यूरो तक उनके अधीन नहीं था। इमरान ने कहा कि सिस्टम तभी सही तरीके से चल सकता है जब जिसके ऊपर जिम्मेदारी डाली गई है उसके पास में ही ताकत भी हो। इस बयान के बाद ही उस शख्स के नाम को लेकर खलबली मचनी शुरू हो गई है जो उनके नाम पर सत्ता पर काबिज था।
कौन था वो शख्स
वो कौन था? क्या इमरान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी या उनकी बुशरा की करीबी माने जाने वाली फराह, जो अप्रैल में देश छोड़कर भाग गई थी। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे। कहा जा रहा था कि वो इमरान खान के सत्ता में रहते हुए हर काम की रकम वसूल करती थी या फिर सेना प्रमुख इसके पीछे थे या किसी विदेशी ताकत के पास इमरान खान का रिमोट कंट्रोल था।
कठपुतली की तरह थे इमरान पीएम
बहरहाल, ये नाम कोई भी हो, लेकिन ये एक सच्चाई बन गई है कि इमरान खान को एक कठपुतली की तरह नचाया जा रहा था। इमरान खान ने यहां तक कहा कि उनके सत्ता में रहते हुए उनके पास सभी अधिकार नहीं थे। वो पूरी आजादी के साथ कुछ भी नहीं कर सकते थे। लाहौर में दिए गए उनके बयानों ने पाकिस्तान की राजनीति में तूफान मचाया है वो जल्द थम जाएगा इस बारे में भी कहपाना फिलहाल काफी मुश्किल हो गया है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इमरान खान ने खुद को सत्ता से हटाए जाने के पीछे विदेशी ताकत की साजिश का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर वो हर मंच पर अपनी बात दोहराते भी आ रहे हैं।