पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को मिला पहला सिख मंत्री, सरदार रमेश सिंह अरोड़ा को सौंपी गई अल्पसंख्यक विभाग की जिम्मेदारी
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पहली बार किसी सिख को मंत्री बनाया गया है। तीसरी बार असेंबली सदस्य चुने गए सरदार रमेश सिंह अरोड़ा ने गुरुवार को मंत्री पद की शपथ ली। विभाजन के बाद पाकिस्तान में पहली बार एक सिख को पंजाब प्रांत के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नारोवाल जिले के निवासी अरोड़ा 2013 में प्रांतीय असेंबली में पहले सिख सदस्य चुने गए थे।
पीटीआई, लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पहली बार किसी सिख को मंत्री बनाया गया है। तीसरी बार असेंबली सदस्य चुने गए सरदार रमेश सिंह अरोड़ा ने गुरुवार को मंत्री पद की शपथ ली। विभाजन के बाद पाकिस्तान में पहली बार एक सिख को पंजाब प्रांत के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
अल्पसंख्यक विभाग की मिली जिम्मेदारी
पंजाब में मुख्यमंत्री मरयम नवाज शरीफ की कैबिनेट में अरोड़ा को अल्पसंख्यक विभाग आवंटित किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अगुआई वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से संबंधित अरोड़ा आठ फरवरी को हुए चुनाव में तीसरी बार प्रांतीय असेंबली के लिए चुने गए हैं।
खलील को मिला मानवाधिकार विभाग
नारोवाल जिले के निवासी अरोड़ा 2013 में प्रांतीय असेंबली में पहले सिख सदस्य चुने गए थे। पंजाब के ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले खलील ताहिर सिंधू को भी पंजाब मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। खलील को मानवाधिकार विभाग दिया गया है।बता दें कि रमेश सिंह अरोड़ा को पिछले साल करतारपुर कारिडोर के लिए अंबेसडर के रूप में भी नियुक्त किया गया था। इससे पहले अरोड़ा को तीन साल के लिए पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष चुना गया था।
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