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Pakistan Economic Crisis:पाकिस्तान में 10 लाख श्रमिकों की जाएगी नौकरी, उद्योगों पर आर्थिक संकट की मार

Pakistan Economic Crisis पाकिस्तान के कपड़ा निर्यात में 14.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन पाकिस्तान (NTUF) के महासचिव नासिर मंसूर ने आशंका जताई कि पाकिस्तान में लगभग 10 लाख अनौपचारिक श्रमिक बेरोजगार हो जाएंगे।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 27 Feb 2023 11:00 PM (IST)
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बिक्री में लगातार गिरावट के कारण ऑटो सेक्टर में लगभग 25,000-30,000 कर्मचारियों ने अपनी नौकरी गंवा दी।
इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान में व्याप्त आर्थिक संकट की आंच धीरे-धीरे देश के प्रत्येक हिस्से में फैलने लगी है। अब ऐसी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि पाकिस्तान के कई उद्योग अपने कर्मचारियों की छंटनी करने वाले हैं। इस छंटनी का कपड़ा क्षेत्र में ज्यादा प्रभाव होने की संभावना है। समाचार आउटलेट द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, पाकिस्तान के कपड़ा निर्यात में 14.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।

नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन पाकिस्तान (NTUF) के महासचिव नासिर मंसूर ने आशंका जताई कि पाकिस्तान में लगभग 10 लाख अनौपचारिक श्रमिक बेरोजगार हो जाएंगे। इनमें से ज्यादातर श्रमिक कपड़ा क्षेत्र से संबंधित हैं।

बाढ़ में बही कपास, आयात में भी दिक्कतें

जनवरी 2023 में पाकिस्तान का निर्यात 1.3 बिलियन अमरीकी डॉलर था जबकि जनवरी 2021 में निर्यात 1.5 बिलियन अमरीकी डॉलर था। इस तरह इस वर्ष जनवरी में होने वाला निर्यात जनवरी 2021 की तुलना में 2.5 प्रतिशत कम है। इस गिरावट के कारणों के बारे में मंसूर कहते हैं कि 2022 की बाढ़ में कपास की कम से कम 45 प्रतिशत फसल बह गई। ऐसे में कच्चे माल का अभाव हो गया।

दूसरी तरफ एलसी (ऋण पत्र) खोलने में देरी के कारण कपड़ा बनाने वाली इकाइयां कच्चा माल आयात भी नहीं कर पाईं। जनवरी 2023 में कपड़ा संघों द्वारा आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में उद्योग प्रतिनिधियों ने इस गंभीर स्थिति के लिए एलसी खोलने में देरी सहित सरकारी नियमों को भी जिम्मेदार ठहराया।

वाहन उद्योग में छंटेंगे हजारों कर्मचारी

इस बीच पाकिस्तान में वाहन पुर्जों के निर्माताओं की एसोसिएशन ने भी बताया कि बिक्री में लगातार गिरावट के कारण ऑटो सेक्टर में लगभग 25,000-30,000 कर्मचारियों ने अपनी नौकरी गंवा दी। पाकिस्तान में आर्थिक जानकारों का कहना है कि फिलहाल आयात पर निर्भर आर्थिक क्षेत्रों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका है।

जिन उद्योंगों को कच्चा माल आयात नहीं करना पड़ता, उन्हें भी मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी कंपनियां जो अपने कर्मचारियों की छंटनी नहीं भी कर रही हैं, वे भी नई भर्ती से परहेज कर रही हैं। पाकिस्तान की बेरोजगारी दर फिलहाल 6 प्रतिशत है।