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Pakistan Militant Attack: पाकिस्तान में हुआ आतंकी हमला, 10 पुलिसकर्मियों की मौत; TTP ने ली हमले की जिम्मेदारी

Pakistan Militant Attack कंगाल पाकिस्तान की कानून व्यवस्था बदहाल है। पाकिस्तान में फिर से आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने एक बार फिर से पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया है। शुक्रवार को अफगान सीमा के पास दस पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहीं 7 अन्य जवान घायल हो गए हैं। इस घटना की जानकारी पुलिस सूत्रों के हवाले से सामने आई है।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Fri, 25 Oct 2024 11:37 AM (IST)
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पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले में 10 फ्रंटियर पुलिसकर्मियों की मौत (फाइल फोटो)
रॉयटर्स, डेरा इस्माइल खान (पाकिस्तान)। पाकिस्तान में तालिबानियों के बढ़ते उत्पात के बीच एक बार फिर आतंकियों ने पुलिस वालों को निशाना बनाया है। शुक्रवार को अफगान सीमा के पास दस पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहीं 7 अन्य जवान घायल हो गए हैं। इस घटना की जानकारी पुलिस सूत्रों के हवाले से सामने आई है।

गुरुवार को हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामी आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली है। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब पाकिस्तान अपने उत्तर-पश्चिम में आतंकवादी हमलों के फिर से बढ़ने के साथ-साथ दक्षिण में जातीय अलगाववादी विद्रोह से भी जूझ रहा है।

आतंकवादियों ने किया सुरक्षा बल पर हमला 

तीन वरिष्ठ पुलिस सूत्रों ने नाम ना बताने की शर्त पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि आतंकवादियों के एक बड़े समूह ने चौकी पर हमला किया और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी सुरक्षा बल के सदस्यों की हत्या कर दी।

उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंडापुर ने शुक्रवार को एक बयान में हमले की पुष्टि की, जिसमें उन्होंने इसकी निंदा की, लेकिन मरने वालों की संख्या नहीं बताई।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) समूह ने जिम्मेदारी लेते हुए अपने बयान में कहा कि यह हमला एक वरिष्ठ नेता उस्ताद कुरैशी की हत्या का बदला था।

पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कुरैशी उन नौ लोगों में से एक थे, जिनकी मौत अफगानिस्तान की सीमा से लगे बाजौर जिले में खुफिया सूचना पर आधारित अभियान में हुई। इसमें दो आत्मघाती हमलावर भी शामिल थे।

तालिबान के कब्जे के बाद हो रहे ज्यादा हमले

इस्लामाबाद का कहना है कि टीटीपी अफगानिस्तान को एक आधार के रूप में इस्तेमाल करता है और कहता है कि सत्तारूढ़ तालिबान प्रशासन ने सीमा के करीब समूह को सुरक्षित पनाहगाह प्रदान की है। तालिबान इससे इनकार करता है।

अफगानिस्तान में तालिबान के 2021 में सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान में ऐसे हमलों की तादाद बढ़ती जा रही है। तालिबान के पाकिस्तानी आतंकियों ने ज्यादातर सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हमले किए हैं। इससे पहले भी इस इलाके में आतंकवादियों ने पुलिस को नियमित रूप से निशाना बनाया है। इससे पहले अगस्त में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवादियों ने पुलिस टीम पर रॉकेट से हमला किया था। इस हमले में कम से कम 11 पुलिसकर्मी मारे गए थे। आतंकियों ने कई पुलिसकर्मियों को बंधक भी बना लिया था। खबरों के मुताबिक पुलिसवालों की गाड़ी पर हमला तब हुआ जब पुलिस वैन कीचड़ भरी सड़क में फंस गई थी।

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