इमरान के लांग मार्च में शामिल होने वालों को इस्लामाबाद के होटलों में नहीं मिलेगी जगह, लाइव प्रसारण पर भी रोक
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लांग मार्च से घबराई राजधानी इस्लामाबाद की पुलिस ने शहर के होटलों व गेस्ट हाउस को रैली में शामिल लोगों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध नहीं कराने का आदेश दिया है। इस्लामाबाद के होटलों व गेस्ट हाउस की भी नियमित जांच होगी।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 29 Oct 2022 07:15 PM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लांग मार्च से घबराई राजधानी इस्लामाबाद की पुलिस ने शहर के होटलों व गेस्ट हाउस को रैली में शामिल लोगों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध नहीं कराने का आदेश दिया है। पुलिस ने कहा है कि इस्लामाबाद के होटलों व गेस्ट हाउस की नियमित जांच होगी और आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश में जल्द चुनाव कराने की मांग को लेकर इमरान ने शुक्रवार को लाहौर से इस्लामाबाद कूच किया है।
खान के भाषणों के लाइव प्रसारण पर रोक
पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (PEMRA) ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर टीवी चैनलों को इमरान खान के भाषण व लांग मार्च का सजीव प्रसारण नहीं करने के निर्देश दिए हैं। पीईएमआरए ने कहा कि सरकारी संस्थानों के खिलाफ बयानबाजी का भी सजीव प्रसारण किया जा रहा है, जो आचार संहिता व न्यायाल के आदेश का उल्लंघन है। अगर निर्देशों का पालन नहीं किया गया, तो टीवी चैनलों का लाइसेंस रद करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शहबाज शरीफ सरकार व सेना पर हमलावर हुए इमरान
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ( PTI) पार्टी के मुखिया इमरान ने इस रैली को हकीकी आजादी मार्च नाम दिया है, जो ऐतिहासिक जीटी रोड से होती हुई चार नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचेगी। वहां विरोध प्रदर्शन रैली धरने में भी तब्दील हो सकती है। लांग मार्च के दौरान इमरान पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार व सेना पर हमलावर हैं। उन्होंने शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'चोरों के खिलाफ आखिरी दम तक लड़ाई जारी रहेगी।'
हथियारबंद लोग खड़ा कर सकते हैं बखेड़ा
आइएएनएस ने पाकिस्तानी जियो न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पीटीआइ की रैली में हथियारबंद आपराधिक तत्व भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ये आपराधिक तत्व कानून-व्यवस्था के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। इमरान के पहले के लांग मार्च में भी हथियारबंद लोग पकड़े गए थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय से हथियारबंद लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।