सैन्य प्रतिष्ठानों की रक्षा करने में विफल रहे पाक के तीन सैन्य अफसर बर्खास्त, 102 लोगों पर चल रहा मुकदमा
नौ मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने पर एक लेफ्टिनेंट जनरल सहित तीन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही तीन मेजर जनरल और सात ब्रिगेडियर पर भी कार्रवाई की गई है। सैन्य अदालतों में तकरीबन 102 लोगों पर मुकदमा चल रहा है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 27 Jun 2023 12:31 AM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआई। पाकिस्तान में नौ मई को पीटीआइ कार्यकर्ताओं के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों की रक्षा न कर पाने के आरोप में एक लेफ्टिनेंट जनरल समेत तीन सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही तीन मेजर जनरल और सात ब्रिगेडियर पर भी कार्रवाई की गई है। इस मामले में सैन्य अदालतों में तकरीबन 102 लोगों पर मुकदमा चल रहा है। सेना ने इस घटना को देश के इतिहास में एक काला अध्याय बताया है।
सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए थे हमले
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अरशद शरीफ ने सोमवार को सैन्यकर्मियों पर कार्रवाई की जानकारी दी। पिछले महीने नौ मई को पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों पर हमले कर दिए थे। इनमें लाहौर कोर कमांडर हाउस (जिन्ना हाउस), मियांवाली एयरबेस, फैसलाबाद स्थित आइएसआइ बिल्डिंग और रावलपिंडी स्थित सेना का मुख्यालय शामिल है।
अरशद शरीफ ने बताया कि सेना ने पीटीआइ कार्यकर्ताओं के हमले को लेकर दो जांच बैठाई थी, जिसे मेजर जनरल स्तर के अधिकारियों द्वारा की गई। प्रवक्ता ने उन सैन्य अधिकारियों के नाम नहीं बताए जिन पर कार्रवाई हुई है। मेजर जनरल शरीफ ने बताया कि स्थायी सैन्य अदालतों में 102 उपद्रवियों पर मुकदमा चल रहा है और यह प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी संदिग्धों पर उनके अपराध के अनुसार पेनल्टी लगाई जाएगी।
सैन्य प्रवक्ता ने प्रेसवार्ता में कहा कि नौ मई की हिंसा में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जाएगा। उन्होंने इस घटना को घोर निराशाजनक, निंदनीय और देश के इतिहास में एक काला अध्याय बताया। कहा, नौ मई की घटना 76 साल में एक ऐसी घटना है जिसने दुश्मन भी न कर सके।