पाकिस्तान में पेट्रोल कीमत को लेकर शहबाज सरकार को अल्टीमेटम, TLP ने कहा- फैसला वापस नहीं लिया तो...
तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को खुश करने के लिए उठाए गए ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी वाले कदम से लोग बेदम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों को दिए जाने वाले मुफ्त ईंधन को तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
इस्लामाबाद, एजेंसी। राजनीतिक दल तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (TLP) ने शुक्रवार को शहबाज सरकार को चेतावनी दी है कि 72 घंटे में पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी कीमतें वापस ली जाएं। टीएलपी प्रमुख साद हुसैन रिजवी ने कहा कि अगर दिए गए समय में यह वापसी नहीं की जाती है, तो वे विरोध प्रदर्शन से पूरे देश में चक्का जाम कर देंगे।
'राजनेताओं को मिलने वाला मुफ्त ईंधन हों बंद'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को खुश करने के लिए उठाए गए इस कदम से लोग बेदम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने मंत्रियों और सलाहकारों की सेना को कम कर खर्चों में कटौती करनी चाहिए। राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों को दिए जाने वाले मुफ्त ईंधन को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। यह करने के बजाय आम जनता पर बोझ डाला जा रहा है।
शहबाज सरकार ने पेट्रोल की कीमत में किया था भारी इजाफा
उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर आम लोगों के साथ ही व्यापारी वर्ग के पास भी जाएंगे। साथ ही बताएंगे कि वे हर स्थिति में उनके साथ खड़े हैं। गौरतलब है कि आर्थिक कंगाली की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की सरकार ने 16 फरवरी को पेट्रोल की कीमतों में 22.20 और डीजल में 17.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। आईएमएफ में रुके ऋण को जारी कराने के लिए यह कदम उठाया गया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोल के दाम में 22.20 रुपये का इजाफा किया। इसके बाद पेट्रोल की कीमत 272 रुपये प्रति लीटर हो गई।
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