गुलाम कश्मीर के मंत्री का दावा, कहा- आतंकियों ने बनाया बंधक! पुलिस में नहीं की कोई रिपोर्ट दर्ज
पाकिस्तान में एक मंत्री ने दावा किया है कि उसे और कुछ पर्यटकों को आतंकियों ने गिलगिट बाल्टिस्तान जाते समय बंधक बना लिया गया था। हालांकि मंत्री या किसी भी दूसरे व्यक्ति ने इसकी कोई रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नहीं की है।
By Jagran NewsEdited By: Kamal VermaUpdated: Sat, 08 Oct 2022 11:09 AM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। पाकिस्तान को पूरी दुनिया एक आतंकियों की फैक्ट्री या टेररिस्ट हब के रूप में देखती है। पाकिस्तान ने अपनी ये पहचान खुद बनाई है। इतना ही नहीं पाकिस्तान की फैक्ट्रियों में तैयार आतंकी अफगानिस्तान, भारत समेत दूसरे देशों में भी आतंकी घटनाओं को अंजाम देते नजर आते हैं। यहां की सरकार आतंकियों पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है। इन आतंकियों के आका सरकार के अंदर और बाहर रहते हुए वीवीआईपी ट्रीटमेंट भी पाते हैं। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान ये कहते नहीं थकता है कि वो खुद आतंकी घटनाओं का मारा है।
मंत्री का दावा
हाल ही में पाकिस्तान में स्थित गुलाम कश्मीर में एक अजीबो-गरीब घटना उस वक्त सामने आई जब गिलगिट बाल्टिस्तान के एक मंत्री और कुछ पर्यटकों को आतंकियों ने कथिततौर पर घंटों बंधक बनाए रखा। कथिततौर पर इसलिए क्योंकि इस पूरे मामले की रिपोर्ट किसी ने न तो पुलिस को की है और न ही इस घटना की अब तक किसी ने तस्दीक ही की है। पाकिस्तान मीडिया में कहा गया है कि अधिकारी और नेता आतंकियों के साथ बातचीत कर किसी नतीजे पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
आतंकियों ने रखी 4 मांग
गिलगिट बाल्टिस्तान के हवाले से पाकिस्तान की मीडिया में कहा गया है कि उन्हें रिहा करने के दौरान देश के टाप मोस्ट आतंकियों में से एक हबीर्बुर रहमान ने केंद्र सरकार के समक्ष अपनी 4 मांगें भी रखीं। आतंकी का कहना था कि देश में इस्लामिक कानून को लागू किया जाए और लड़कियों के स्पोर्ट्स बैन कर दिए जाएं। हबीर्बुर की एक और मांग थी कि उसके जिन आतंकियों को पुलिस ने नंगा पर्वत पर दस विदेशियों की हत्या के के मामले में गिरफ्तार किया हुआ है, उन्हें रिहा किया जाए। इसके अलावा डायमर की घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों को भी रिहा किया जाए।
दोनों तरफ से बंद की सड़क
पाकिस्तान मीडिया की मानें तो चिला के करीब बाबूसर रोड पर ये घटना उस वक्त घटी जब गिलगिट बाल्टिस्तान के वरिष्ठ मंत्री अबाएदुल्लाह बेग इस्लामाबाद से गिलगिट बाल्टिस्तान जा रहे थे। उस वक्त आतंकियों ने सड़क को दोनों तरफ से बंद कर दिया। इस दौरान उन्होंने कुछ पर्यटकों को भी बंधक बना लिया। शाम करीब 4 बजे आतंकियों ने सभी को रिहा कर दिया। बाद में मंत्री ने सोशल मीडिया पर आतंकियों की एक आडियो क्लिप को शेयर किया जिसमें आतंकियों ने अपनी मांग सामने रखी थीं। इस पूरी घटना में जिस तरह से चीजें सामने आई हैं उसको देखते हुए ये कहपाना काफी मुश्किल हो रहा है कि ऐसी कोई घटना हुई भी थी या फिर ये केवल मंत्री के अपने दिमाग की उपज है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पाकिस्तान में आतंकियों और मंत्रियों के रिश्ते बेहद खास होते हैं।
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