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'भारत-पाक शांति से सुलझाएं कश्मीर मुद्दा', संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों को दिया शिमला समझौते का हवाला

India-Pakistan संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे का अंतिम समाधान संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत शांतिपूर्ण तरीके से और मानवाधिकारों के पूर्ण सम्मान के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 के शिमला समझौते को याद किया जिसमें किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को खारिज किया गया है।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Thu, 08 Aug 2024 07:42 PM (IST)
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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख अंतानियो गुतेरस (फाइल फोटो)
पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख अंतानियो गुतेरस ने भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 के शिमला समझौते का हवाला देते हुए कहा कि दोनों देशों को कश्मीर मुद्दे के अंतिम समाधान के लिए शांतिपूर्वक संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत मानवाधिकारों को पूरा आदर देना चाहिए। गुतेरस का कहना है कि शिमला समझौते के तहत तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतेरस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बुधवार को बताया कि कश्मीर पर हमारी स्थिति बदली नहीं है। हक नियमित ब्रीफिंग में एक फलस्तीनी पत्रकार के कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पांच साल बाद की स्थिति के बारे में पूछे सवाल का जवाब दे रहे थे।

UN की स्थिति UN के चार्टर व सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों से बंधी

हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्थिति संयुक्त राष्ट्र के चार्टर व सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों से बंधी है। उल्लेखनीय है कि भारत ने बार-बार पाकिस्तान को बताया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उसका अभिन्न हिस्सा हैं और रहेंगे।

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