इमरान खान के सिफर विवाद से दुनियाभर में उड़ी पाकिस्तान की खिल्ली, अमेरिका पर बयान देकर फंसे पूर्व पीएम
Pakistan News अमेरिकी राष्ट्रपति के कला सलाहकार शाहिद अहमद खान ने कहा है कि पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के सिफर ड्रामे ने दुनियाभर में पाकिस्तानी की खिल्ली उड़ाई है। गौरतलब है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर पाकिस्तान की मदद के लिए अमेरिका ने यहां यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) सेल भी बनाया है क्योंकि इससे अमेरिका को काफी फायदा होगा।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 23 Jul 2023 01:39 PM (IST)
पाकिस्तान, एएनआई। अमेरिकी राष्ट्रपति के कला सलाहकार शाहिद अहमद खान ने कहा है कि अमेरिका का पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही, खान ने कहा कि अमेरिकी सीनेटरों ने पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान को नहीं, बल्कि मानवाधिकारों के संबंध में एक सामान्य पत्र लिखा था
सिफर विवाद ने पाकिस्तान को बनाया हंसी का पात्र
स्थानीय चैनल जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि अमेरिका का पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और इमरान खान के सिफर विवाद ने पाकिस्तान को दुनिया भर में हंसी का पात्र बना दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण देश बना हुआ है। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, खान ने कहा कि यह सच नहीं है कि चीन के साथ पाकिस्तान के संबंधों के कारण राष्ट्रपति बाइडेन ने उन्हें नजरअंदाज किया
शाहिद अहमद खान ने यह भी कहा कि अगर अमेरिकी सीनेटरों का पत्र इतना महत्वपूर्ण होता, तो पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से सहायता नहीं मिलती।
पाकिस्तान की मदद के लिए अमेरिका ने बनाया यूएसएआईडी सेल
सीपीईसी और पाकिस्तान की समस्याएं अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। अगर पाकिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर बनेगा, तो अमेरिकी कंपनियां निवेश के लिए आएंगी। अगर चीन, पाकिस्तान में बुनियादी ढांचा तैयार करता है, तो इससे अमेरिका को भी फायदा होगा। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर पाकिस्तान की मदद के लिए अमेरिका ने यहां यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) सेल भी बनाया है।
शाहिद हैरान है कि पाकिस्तान उन देशों और संस्थानों के साथ संबंध क्यों खराब करता है, जहां उसके हित जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि आईएमएफ पाकिस्तान के स्थानीय नेतृत्व से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ इस बात से भी नाराज है कि पिछली सरकार के कार्यकाल में किए गए समझौते को लागू नहीं किया गया
अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तानियों को नहीं राजनीति में दिलचस्पी
सिफर एक गुप्त दस्तावेज होता है, जिसे दूसरे देश में राजदूत अपने देश में भेजते हैं, यदि वे किसी देश या व्यक्ति के बारे में गलत बोलते हैं, तो उन्हें कारण पूछने का अधिकार होता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राजनयिकों ने इस बारे में पाकिस्तानी सरकार से बात तक नहीं की। शाहिद ने कहा कि अमेरिका में रहने वाले ज्यादातर पाकिस्तानियों को वहां की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है।