Pakistan: कौन हैं अनवर-उल-हक काकड़? चुनाव से पहले पाकिस्तान के सीनेटर को बनाया गया कार्यवाहक प्रधानमंत्री
Pakistan News रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार काकड़ अब नई सरकार चुने जाने तक देश को आर्थिक और राजनीतिक संकट से निकालने के लिए सरकार का नेतृत्व करेंगे। पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकड़ पाकिस्तान के ऊपरी सदन सीनेट के सदस्य हैं। वह 2018 से सीनेट के सदस्य हैं और ब्लूचिस्तान अवामी पार्टी से हैं। पाकिस्तान में चुनाव तक वह कार्यवाहक पीएम के रूप में कुर्सी संभालेंगे।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Sun, 13 Aug 2023 09:57 AM (IST)
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से सीनेट सदस्य अनवार-उल-हक काकड़ को आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में आगामी आम चुनाव होने तक, शनिवार को देश का कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के मुताबिक, निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भंग की जा चुकी नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज अहमद के बीच विचार-विमर्श की निर्धारित अवधि के अंतिम दिन काकड़ के नाम पर सहमति बनी।
विधानसभा भंग होने के कुछ दिनों बाद बलूचिस्तान के एक सीनेटर, अनवर-उल हक काकड़ को पाकिस्तान का कार्यवाहक प्रधानमंत्री नामित किया गया है। पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकड़ पाकिस्तान के ऊपरी सदन सीनेट के सदस्य हैं। वह 2018 से सीनेट के सदस्य हैं और ब्लूचिस्तान अवामी पार्टी से हैं। पाकिस्तान में चुनाव तक वह कार्यवाहक पीएम के रूप में कुर्सी संभालेंगे।
आइए जानते है कौन हैं अनवर-उल-हक काकड़?
- पाकिस्तानी मीडिया द न्यूज के अनुसार, काकड़ का जन्म 1971 में बलूचिस्तान के मुस्लिम बाग में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेंट फ्रांसिस स्कूल, क्वेटा से प्राप्त की और बाद में कैडेट कॉलेज कोहाट में दाखिला लिया। उन्होंने बलूचिस्तान विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है।
- बीबीसी उर्दू का हवाला देते हुए, डॉन ने बताया कि काकड़ पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री की भूमिका संभालने वाले बलूचिस्तान के दूसरे व्यक्ति होंगे। उन्होंने अपना राजनीतिक करियर पीएमएल-एन के साथ शुरू किया था, लेकिन 1999 में दिवंगत जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा सैन्य तख्तापलट के परिणामस्वरूप नवाज सरकार के अंत के बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया।
- 2018 में, काकड़ को बलूचिस्तान से एक स्वतंत्र सीनेटर के रूप में चुना गया था। पद संभालने के बाद, उन्होंने बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) नामक एक नई राजनीतिक पार्टी की सह-स्थापना की। उन्होंने बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता के रूप में काम किया है और सैन्य प्रतिष्ठान के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए जाने जाते हैं।
- पार्टी की शुरुआत के बाद से, काकड़ ने कहा है कि जब राष्ट्रवादी पार्टियों से निपटने की बात आती है तो वह कठोर रुख नहीं अपनाते हैं। मीडिया समाचार के अनुसार, उन्होंने 2018 में कहा था कि राष्ट्रवादी पार्टियों के साथ हमारी कोई जिद या कठोरता नहीं है। गेंद उनके पाले में है कि वे क्या चाहते हैं, यह तय करना है।
- डॉन के अनुसार, काकड़ ने सीनेट में अपने कार्यकाल के दौरान कई भूमिकाएं निभाईं। वह प्रवासी पाकिस्तानियों और मानव संसाधन विकास पर सीनेट की स्थायी समिति के अध्यक्ष थे। वह व्यापार सलाहकार समिति, वित्त और राजस्व, विदेशी मामले और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सदस्य थे। उन्होंने सीनेट के भीतर बीएपी के लिए संसदीय नेता की भूमिका भी निभाई।