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Lakhbir Singh Rode: पाकिस्तान में मारा गया भिंडरावाले का आतंकी भतीजा; जानें कौन था लखबीर सिंह रोडे?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखबीर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। खास बात ये है कि लखबीर सिंह रोडे मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। भिंडरावाले वहीं आतंकी था जिसने पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के अंदर भारतीय सुरक्षा बलों को मारा था।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Tue, 05 Dec 2023 11:05 AM (IST)
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पाकिस्तान में मारा गया भिंडरावाले का आतंकी भतीजा रोडे (फोटो जागरण)

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। खालिस्तानी अलगाववादी नेता लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत हो गई है। लखबीर सिंह की मौत की खबर की पुष्टि उसके भाई जसबीर सिंह रोडे ने की है। 72 वर्षीय लखबीर प्रतिबंधित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का प्रमुख था, जो पाकिस्तान में रहकर भारत विरोधी अभियानों को चला रहा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखबीर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। खास बात ये है कि लखबीर सिंह रोडे मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। भिंडरावाले वहीं आतंकी था जिसने पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के अंदर भारतीय सुरक्षा बलों को मारा था।

रोडे भारत में आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध था

बता दें कि लखबीर सिंह रोडे को भारत सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध था। वह शुरू में दुबई में रहने के लिए भारत से भाग गया था और बाद में उसने पाकिस्तान में शरण ले ली। रोडे कई सालों से पाकिस्तान से प्रतिबंधित संगठन केएलएफ चला रहा था। वह पाकिस्तान के शहर लाहौर से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।

आइए आतंकी लखबीर सिंह रोडे के बारे में पांच बड़ी बातें जानते हैं कि वह कौन था।

  • लखबीर सिंह रोडे भारत में प्रतिबंधित संगठन केएलएफ का प्रमुख था। वह भारत-नेपाल बॉर्डर के पास खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स सेल का शुरुआती आयोजक था। यह संस्था भी भारत विरोधी अभियानों में शामिल रही है।
  • आतंकी लखबीर सिंह ने कई बार सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया था कि वह भारत के खिलाफ हमले करने के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा था। बाद में रोडे को 20 किलोग्राम आरडीएक्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसने बाद में कहा था कि यह आरडीएक्स उसे काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावास के एक पार्षद ने दिया था।
  • इसके अलावा लखबीर सिंह रोडे 23 जून 1985 को एयर इंडिया 182 बम विस्फोट का भी मास्टरमाइंड था। यह बात आतंकवादी तलविंदर सिंह परमार ने पंजाब पुलिस के सामने कबूल करते हुआ बताया था। हालांकि, यह दावा अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है।
  • लखबीर सिंह पर भारत सरकार के डोजियर के मुताबिक, वह पूरे भारत में वीवीआईपी को निशाना बनाने के लिए सीमा पार पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी और आपूर्ति के लिए जिम्मेदार है।
  • लखबीर सिंह का बेटा भग्गू बराड़ फिलहाल कनाडा में रह रहा है और उस पर पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है। वह अपने पिता को हथियार और पैसे मुहैया कराने के लिए नियमित रूप से पाकिस्तान जाता था।

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