क्या पड़ोसी देश को आईएमएफ का बेलआउट हासिल होगा? आज पेश हो रहा पाकिस्तान का बजट
Pakistan Budget News पाकिस्तान की सरकार द्वारा आज 12 जून को संसद में वित्त वर्ष 2024—2025 का बजट पेश किया जा रहा है।पाकिस्तान सरकार का यह बजट ऐसे समय में पेश किया जा रहा है जब आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज के लिए लगातार बातचीत कर रहा है। यह कर्ज आठ अरब डॉलर का होने का अनुमान है।
Pakistan News: कंगाल पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहाल है। बेहाली की हालत में पाकिस्तान की सरकार द्वारा आज 12 जून को संसद में वित्त वर्ष 2024—2025 का बजट पेश किया जा रहा है। पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव के बाद बनी शहबाज सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला यह पहला बजट होगा। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब बजट पेश करेंगे।
आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान?
पाकिस्तान सरकार का यह बजट ऐसे समय में पेश किया जा रहा है, जब आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज के लिए लगातार बातचीत कर रहा है। यह कर्ज आठ अरब डॉलर का होने का अनुमान है। पाकिस्तान में इससे पहले पेश किए जाने वाले बजट भी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष प्रोग्राम के तहत ही पेश हुए, लेकिन पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी खराब नहीं थी, जितनी हाल के समय में है।
लक्ष्य से कम रही आर्थिक ग्रोथ रेट
पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 2023-24 में लक्ष्य से कम रही है। पाकिस्तान ने आर्थिक ग्रोथ रेट 3.5 फीसदी रखी थी, लेकिन यह ग्रोथ रेट 2.38 फीसदी रही है। गौरतलब है कि आज बजट पेश करने से एक दिन पहले यानी 11 जून को वित्त वर्ष 2023—2024 का आर्थिक सर्वे जारी किया गया। आर्थिक सर्वे मोहम्मद औरंगजेब ने पेश किया, जिसमें बताया गया कि पाकिस्तान की इकोनॉमी में जुलाई 2023-जून 2024 की अवधि के दौरान 2.38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में पाकिस्तान की जीडीपी की ग्रोथ रेट नकारात्मक रही थी। इसका मुख्य कारण इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर का खराब प्रदर्शन रहा।
Finance Minister Senator Muhammad Aurangzeb will present Federal Budget 2024-25 before National Assembly of Pakistan today (12-06-2024) at 16:00 hrs PST.
सर्विस और इंडस्ट्री सेक्टर की हालत खस्ता
इकोनॉमिक सर्वे पेश करते हुए पाकिस्तानी वित्तमंत्री ने बताया कि एग्रीकल्चर के क्षेत्र में 3.5 फीसदी के लक्ष्य के मुकाबले 6.5 प्रतिशत ग्रोथ दर्ज कर बाकी सभी क्षेत्रों से अच्छा प्रदर्शन किया है। इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर के मुकाबले एग्रीकल्चर सेक्टर का प्रदर्शन बेहतर रहा। हालांकि, इंडस्ट्रीयल ग्रोथ सिर्फ 1.21 फीसदी रही। सर्विस सेक्टर ने 1.21 फीसदी ग्रोथ दर्ज की। जबकि लक्ष्य 3.6 फीसदी था।
एनअईसी ने दी यह मंजूरी
इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान की राष्ट्रीय आर्थिक परिषद एनईसी ने 3.792 ट्रिलियन रुपये के संघीय सार्वजनिक क्षेत्र विकास कार्यक्रम को मंजूरी दे दी। इस परिषद की बैठक में पीएम शहबाज शरीफ, उप प्रधानमंत्री इशाक डार, चार सीएम के साथ ही रक्षा, वित्त और योजना मंत्री शामिल थे।
पिछले सप्ताह यह बताया गया कि पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय और आईएमएफ के बीच बजट से पहले अंतिम क्षणों तक बातचीत चल रही थी। क्योंकि आईएमएफ ने पाक वित्त मंत्रालय के समक्ष कुछ कठिन शर्तें रखी थीं।
क्या हैं आईएमएफ की प्रमुख मांगें?
आईएमएफ की प्रमुख मांगों में पाकिस्तान में कर राजस्व के लक्ष्य में बढ़ोतरी, सब्सिडी वापस लेना, कृषि क्षेत्र पर कर, बिजली, गैस और तेल के क्षेत्रों पर लेवी और टैक्स की बढ़ोतरी जैसी शर्तें शामिल हैं। इन सबके बीच पाकिस्तान के लिए राहत भरा बजट पेश करना बेहद कठिन चुनौती है। हालांकि पाकिस्तानी इकोनॉमिस्ट साकिब शेरानी ने कहा कि बजट आईएमएफ की आवश्यकताओं के अनुरूप होगा।
इससे पहले पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने सरकार के सभी अफसरों के साथ बैठक आयोजित की। सरकार के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर यह जानकारी दी गई।
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