पाकिस्तान में महिलाएं असुरक्षित, हर दो घंटे में होता है एक महिला के साथ दुष्कर्म
पाकिस्तान में हाल ही में महिलाओं की असुरक्षा स्थितियों पर एक सर्वे किया गया जिसमें पता चला है कि देश में हर दो घंटे में एक महिला के साथ दुष्कर्म होता है। देश में आनर किलिंग (Honour Killing) का भी मामला लगातार बढ़ रहा है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 13 Oct 2022 05:15 PM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान में महिलाओं के प्रति अत्याचार लगातार बढ़ रहा है। देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। पाकिस्तान में हाल ही में महिलाओं की असुरक्षा स्थितियों पर एक सर्वे किया गया, जिसमें पता चला है कि देश में हर दो घंटे में एक महिला के साथ दुष्कर्म होता है। देश में आनर किलिंग (Honour Killing) का भी मामला लगातार बढ़ रहा है।
देश में बढ़ रहा है दुष्कर्म का मामला
इस सर्वे को पाकिस्तानी चैनल SAMAA TV की जांच इकाई (SIU) ने पंजाब प्रांत के गृह विभाग और मानवाधिकार मंत्रालय से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर किया है, जिसमें पाया गया है कि देश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में बढ़ोतरी हुई है और इस जघन्य अपराध में सजा की दर मात्र 0.2 प्रतिशत ही है।
पांच साल में 21,900 महिलाओं के साथ हुआ दुष्कर्म
सर्वे के मुताबिक, एकत्र किए गए डेटा से पता चलता है कि साल 2017 से लेकर 2021 तक कुल 21,900 महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ था। इस आंकड़े से पता चलता है कि पूरे देश में प्रतिदिन 12 महिलाओं या फिर हर दो घंटे के दौरान एक महिला के साथ दुष्कर्म हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है ये आंकड़ें बढ़ भी सकते हैं क्योंकि समाज में कलंक और प्रतिशोधात्मक हिंसा के डर से कई महिलाएं इसकी शिकायत तक नहीं करती हैं।साल 2017 से लेकर लगातार बढ़ा है दुष्कर्म का मामला
रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2017 के दौरान 3,327 महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ और साल 2018 और साल 2019 में इसके मामले बढ़कर क्रमशः 4,456 और 4,573 हो गया, जबकि साल 2020 में दुष्कर्म के मामले में मामूली कमी आई और इसके आंकड़े 4,478 दर्ज किए गए। साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म के मामले में काफी उछाल आया और इसके आंकड़े 5,169 पर पहुंच गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में देश के विभिन्न हिस्सों में दुष्कर्म के अब तक 305 मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2017 से साल 2021 के दौरान देश में सिर्फ 0.2 प्रतिशत लोगों को ही दुष्कर्म के मामले में सजा हुई