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भारत-पाकिस्‍तान संबंधों को लेकर यासीन मलिक की पत्नी ने दिया बयान, पति को लेकर कही यह बात

मुशहाल की इच्छा है कि पाक सरकार को कश्मीर मसले पर अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए शिमला समझौते को भी खत्म कर देना चाहिए। मुशहाल ने लाहौर में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पूरे पाकिस्तान को कश्मीरियों पर हो रहे जुल्म के बारे में दुनिया को बताना चाहिए।

By Arun kumar SinghEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 04:36 PM (IST)
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कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी मुशहाल हुसैन मलिक
लाहौर आइएएनएस। कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद अलगाववादियों की दुकान बंद हो गई है। उनके परिजन अब इसे लेकर अर्नगल प्रलाप कर रहे हैं। इसी कड़ी में कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी मुशहाल हुसैन मलिक ने पाकिस्तान सरकार से मांग की है कि वह भारत से सभी तरह के राजनयिक संबंध तोड़ ले। मुशहाल की इच्छा है कि पाक सरकार को कश्मीर मसले पर अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए शिमला समझौते को भी खत्म कर देना चाहिए। मुशहाल ने मजहबी सियासी पार्टी जमात ए इस्लामी के नेताओं के साथ लाहौर में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पूरे पाकिस्तान को कश्मीरियों पर हो रहे जुल्म के बारे में दुनिया को बताना चाहिए। 

मुशहाल ने मजहबी सियासी पार्टी जमात ए इस्लामी के नेताओं के साथ लाहौर में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पूरे पाकिस्तान को कश्मीरियों पर हो रहे जुल्म के बारे में दुनिया को बताना चाहिए। उधर, जमात ए इस्लामी के महासचिव अमीरुल अजीम ने कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा हुकूमत कश्मीर मसले पर उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। वह सिर्फ जुबानी जमाखर्च कर रही है। सरकार को यासीन मलिक, सैय्यद अली शाह गिलानी, आशिया अंद्राबी और अन्य नेताओं की गिरफ्तारी का मसला अंतरराष्ट्रीय अदालत (आइसीजे) और अन्य वैश्विक मंचों पर ले जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है पाकिस्तान में हर साल पांच फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाया जाता है। इसी सिलसिले में कई पार्टियां और संगठन कश्मीर मुद्दे पर अपने -अपने तरीके से मामला उठाते हैं।

ज्ञात हो कि जम्मू की एक विशेष टाडा अदालत ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद अपहरण के मामले में अलगाववादी नेता यासिन मलिक समेत अन्‍य पर आरोप तय कर दिए हैं। इसके अलावा जम्मू में टाडा अदालत ने यासिन मलिक और छह अन्य के खिलाफ 1990 में चार भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की हत्या के आरोप तय किए थे।