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मोल्दोवा सरकार के तख्ता पलट की साजिश के आरोप को रूस ने नकारा, कहा- इल्जाम निराधार

मोल्दोवा की राष्ट्रपति मैया सैंडू ने सोमवार को कहा था कि रूस मोल्दोवा की सरकार का तख्ता पलट करना चाहता है। अब रूस ने इन दावों को खारिज कर दिया है। रूस के मुताबिक यह आरोप आधारहीन है।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 14 Feb 2023 07:33 PM (IST)
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रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा की फाइल फोटो।(फोटो सोर्स: एपी)
मॅास्को, (एपी)। रूस ने मंगलवार को मोल्दोवा के राष्ट्रपति के इन दावों को खारिज किया कि रूस मोल्दोवा की सरकार का तख्ता पलट करना चाहता है। रूस का कहना है कि मोल्दोवा सरकार अपनी देश की अंदरूनी समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए ऐसे आधारहीन आरोप लगा रही हैं।

मोल्दोवा के राष्ट्रपति ने लगाया रूस पर आरोप

इससे पहले मोल्दोवा की राष्ट्रपति मैया सैंडू ने सोमवार को रूस पर आरोप लगाए था कि रूस विध्वंसक तत्वों का सहारा लेकर उनके देश की सरकारी इमारतों पर कब्जा करने, लोगों को बंधक बनाने और तोड़फोड़ करने की साजिश रच रहा था, ताकि उनकी सरकार रूस के आगे झुकने के लिए मजबूर हो जाए और उनका देश यूरोपीय संघ का हिस्सा न बन पाए।

रूस मोल्दोवा के लिए कोई खतरा नहीं

मंगलवार को मोल्दोवा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने संडू के दावों को बिल्कुल निराधार और मनगढ़ंत बताते हुए खारिज कर दिया। जखारोवा ने आगे कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, अन्य पश्चिमी देशों और यूक्रेन का इतिहास रहा है कि वह अपने विरोधी देशों के खिलाफ ऐसा दुष्प्रचार करते रहे हैं। इस दुष्प्रचार से, ये देश अपने स्वयं के अवैध कार्यों को सही ठहराने की कोशिश करते हैं। ज़खारोवा ने जोर देकर कहा कि रूस मोल्दोवा के लिए कोई खतरा नहीं है और रूस मोल्दोवा से दोनों देशों के लिए लाभदायक संबंध बनाना चाहता है।

सामाजिक-आर्थिक विफलताएं छिपाने की कोशिश में मोल्दोवा

मालूम हों कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक सप्ताह पहले दावा किया था कि उनके देश को ऐसी खुफिया जानकारी मिली है कि रूसी खुफिया सेवाएं मोल्दोवा को तबाह करना चाहती हैं। मोल्दोवा की खुफिया अधिकारियों ने भी यूक्रेन के इस दावे की पुष्टि की है। हालांकि रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन मोल्दोवा को गलत सूचनाएं दे रहा है ताकि रूस और मोल्दोवा के बीच विवाद भड़के और यूक्रेन इसका लाभ उठा सके।

उन्होंने तर्क दिया कि मोल्दोवा सरकार अपनी विनाशकारी सामाजिक-आर्थिक विफलताएं छिपाने, आंतरिक समस्याओं से मोल्दोवन नागरिकों का ध्यान हटाने और सरकार से नाराज लोगों एवं राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हथियार के रूप में उपयोग करने के लिए यूक्रेन के इस दुष्प्रचार को बढ़ावा दे रही है।