जपोरिजिया परमाणु संयंत्र पर ड्रोन से हमला, कई धमाकों के बाद उठा काला धुआं; जेलेंस्की का रूस पर आरोप
मॉस्को और कीव ने रविवार को रूस के कब्जे वाले जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लगाने का एक-दूसरे पर आरोप लगाया। इस बीच यूक्रेन ने अपने निवासियों से शांत रहने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि उसके विशेषज्ञों ने कई विस्फोटों के बाद दक्षिणी यूक्रेन में संयंत्र से काला धुआं निकलते देखा है।
रॉयटर्स, मॉस्को। रविवार को कई धमाकों के बाद रूस के कब्जे वाले जपोरिजिया परमाणु संयंत्र में काला धुआं उठते देखा गया है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने यह जानकारी साझा की है। जानकारी के मुताबिक एक कूलिंग टावर पर रविवार को कथित ड्रोन हमला किया गया। इससे जपोरिजिया परमाणु संयंत्र में एक कूलिंग टावर क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि इससे परमाणु सुरक्षा पर कोई खतरा नहीं है।
यह भी पढ़ें: चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी मुश्किलें; जहां हुआ था हमला, कमला हैरिस वहां भी आगे
रूसी सेना ने लगाई आग: जेलेंस्की
उधर, यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना ने जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के परिसर में आग लगाई है। टेलीग्राम ऐप पर जेलेंस्की ने बताया कि विकिरण संकेतक सामान्य थे। यूक्रेन ने अपने देश के लोगों को शांत रहने का आग्रह किया। इस बीच रूस की समाचार एजेंसी TASS ने सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम के हवाला से बताया कि यूक्रेन में रूस के नियंत्रण वाले जपोरिजिया परमाणु संयंत्र में लगी आग को बुझा दिया गया है।रूस ने यूक्रेन पर लगाया आरोप
उधर, रूस द्वारा नियुक्त अधिकारी एवगेनी बालिट्स्की ने कीव की सेना पर आस-पास के शहर एनेरहोदर पर गोलाबारी करके आग लगाने का आरोप लगाया। जेलेंस्की ने एक वीडियो प्रकाशित किया। इसमें काला धुआं एक कूलिंग टावर से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है।यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में अब सेना पर हमला, चार अफसरों समेत नौ घायल; हिंदुओं के चार गांव फूंके