Modi Putin Meeting: इसी साल हो सकती है मोदी-पुतिन की मुलाकात, रूस में भारतीय राजदूत पवन कपूर का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इसी वर्ष मुलाकात हो सकती है। दोनों नेता द्विपक्षीय और वैश्विक मसलों पर महत्वपूर्ण वार्ता कर सकते हैं। यह बात मॉस्को में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कही है। वह रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआइए से बात कर रहे थे। हालांकि पवन कपूर ने इस संबंध में कोई अन्य जानकारी नहीं दी है।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 12 Oct 2023 09:11 PM (IST)
एएनआई, मास्को। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इसी वर्ष मुलाकात हो सकती है। दोनों नेता द्विपक्षीय और वैश्विक मसलों पर महत्वपूर्ण वार्ता कर सकते हैं। यह बात मास्को में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कही है। वह रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआइए से बात कर रहे थे।
बातचीत में पवन कपूर ने पीएम मोदी और पुतिन की वार्ता के संबंध में कोई अन्य जानकारी एजेंसी को नहीं दी है। पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम में पुतिन ने भारत को शक्तिशाली देश बताया था और चंद रोज में दूसरी बार प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें बुद्धिमान नेता बताया था। रूसी राष्ट्रपति ने कहा था कि मोदी के नेतृत्व में भारत और मजबूत होता जा रहा है।
समरकंद में हुई थी दोनों नेताओं की मुलाकात
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आगे कहा था कि डेढ़ अरब आबादी वाला देश भारत सात प्रतिशत की रफ्तार से आर्थिक प्रगति कर रहा है, उसे कोई नहीं रोक सकता है। बता दें कि मोदी और पुतिन के बीच आखिरी मुलाकात सितंबर 2022 में समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के सम्मेलन के दौरान हुई थी। इसी मुलाकात में पीएम मोदी ने पुतिन से यूक्रेन के साथ चल रहे रूस के युद्ध को रोकने की अपील की थी और कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है।किर्गिस्तान के रूसी अड्डे पर पहुंचे पुतिन
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आइसीसी) से वारंट जारी होने के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन पहली विदेश यात्रा पर गुरुवार को दो दिनों के लिए किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे। युद्ध के दौरान यूक्रेन से सैकड़ों बच्चों को अवैध रूप से रूस ले जाने के मामले में बीते मार्च में न्यायालय ने पुतिन के खिलाफ वारंट जारी किया था। पुतिन ने राजधानी बिश्केक के पास स्थित रूसी सैन्य अड्डे के 20 वर्ष पूरे होने पर आयोजित समारोह में हिस्सा लिया है।इस सैन्य अड्डे से रूस और किर्गिस्तान को मध्य एशिया में अपनी स्थिति को मजबूत बनाने का मौका मिलता है। पुतिन ने कहा है कि वह इस सैन्य अड्डे पर उपस्थिति को और मजबूत करेंगे।ये भी पढ़ें: Israel Attack on Syria: इजरायल के निशाने पर सीरिया! दमिश्क और अलेप्पो एयरपोर्ट पर किए हवाई हमले