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'वास्तविकताओं से परे कोई प्रस्ताव स्वीकार नहीं', रूस ने शांति वार्ता के लिए इस्तांबुल मसौदे को बताया कारगर

रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुए दो वर्ष से अधिक हो चुके हैं लेकिन जंग अब भी जारी है। इस बीच क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि रूस-यूक्रेन समझौते के लिए 2022 के इस्तांबुल मसौदा को आगे की वार्ता के लिए आधार बनाया जा सकता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा कि इस ड्राफ्ट पर इस्तांबुल में मार्च 2022 में चर्चा हुई थी।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Updated: Fri, 12 Apr 2024 09:05 PM (IST)
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रूस ने शांति वार्ता के लिए 2022 के इस्तांबुल मसौदे को बताया कारगर। (फाइल फोटो)
एपी, मॉस्को। रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुए दो वर्ष से अधिक हो चुके हैं लेकिन जंग अब भी जारी है। इस बीच, क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि रूस-यूक्रेन समझौते के लिए 2022 के इस्तांबुल मसौदा को आगे की वार्ता के लिए आधार बनाया जा सकता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा कि इस ड्राफ्ट पर इस्तांबुल में मार्च, 2022 में चर्चा हुई थी।

उन्होंने कहा कि नई वास्तविकताओं को ध्यान में रखते हुए अब संभावित वार्ता की जरूरत है। तब से अब तक परिस्थितियों में कई बदलाव हो चुके हैं। सितंबर, 2002 में रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया, जिसे कीव और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने गैरकानूनी बताया था।

मॉस्को थोपे जाने वाले शांति योजना को स्वीकार नहीं करेगा

पेस्कोव का यह बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुरुवार के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने जून में स्विट्जरलैंड में संभावित शांति वार्ता की तैयारी को लेकर चेताया कि मॉस्को किसी भी थोपे जाने वाले शांति योजना को स्वीकार नहीं करेगा।

पुतिन की मॉस्को में बेलारूस के राष्ट्रपति से मुलाकात

पुतिन ने मॉस्को में बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात के दौरान कहा कि हम सकारात्मक कदम उठाने को तैयार हैं, लेकिन किसी भी ऐसे प्रयास को स्वीकार नहीं कर सकते जो वास्तविकताओं से परे हो। इस्तांबुल ड्राफ्ट आगे की वार्ता के लिए बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम इसके साथ काम कर सकते हैं।

इस्तांबुल मसौदे में यूक्रेन की तटस्थ स्थिति का है प्रविधान

फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के कुछ सप्ताह बाद इस्तांबुल में चर्चा किए गए दस्तावेज में कथित तौर पर यूक्रेन की तटस्थ स्थिति के प्रविधान शामिल थे और इसके सशस्त्र बलों पर सीमाएं लगाई गई थीं। लेकिन इस पर कोई समझौता नहीं हो सका और वार्ता के उस दौर के तुरंत बाद वार्ता विफल हो गई।

रूस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के शांति फॉर्मूले को खारिज किया

रूस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के शांति फॉर्मूले को खारिज कर दिया। कहा, मास्को ऐसे किसी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर सकता जिसमें उसे अपने सैनिकों को वापस बुलाने, यूक्रेन को हर्जाना देने और कार्रवाई के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का सामना करना पड़े।

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