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उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की रूस की यात्रा पूरी, तोहफे में मिले पांच ड्रोन और बुलेटप्रूफ जैकेट

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की रूस यात्रा पूरी हो गई है। वह रविवार को बख्तरबंद ट्रेन से अपने देश के लिए रवाना हो गए। उन्हें रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र प्रिमो‌र्स्की के गवर्नर ने भेंट स्वरूप एक बुलेटप्रूफ जैकेट और छह ड्रोन सौंपे हैं। हफ्ते भर लंबी यात्रा के दौरान सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ चर्चा हुई।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 17 Sep 2023 11:52 PM (IST)
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उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की रूस की यात्रा पूरी (फोटो एपी)
मॉस्को, एएफपी/रायटर। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रूस के छह दिवसीय दौरे के बाद वापस अपने देश लौट गए हैं। किम जोंग उन की रूस की यह यात्रा काफी अहम रही। तानाशाह किम ने अपने रूस दौरे पर राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। उनके इस दौरे से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होते दिखे।

बख्तरबंद ट्रेन से उत्तर कोरिया के लिए रवाना हुए किम जोंग

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन रविवार को बख्तरबंद ट्रेन से अपने देश के लिए रवाना हो गए। उन्हें रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र प्रिमो‌र्स्की के गवर्नर ने भेंट स्वरूप एक बुलेटप्रूफ जैकेट और छह ड्रोन सौंपे हैं। हालांकि, किम जोंग की रूस यात्रा को लेकर पश्चिमी देशों को डर सता रहा है कि उत्तर कोरिया के नेता द्वारा मॉस्को को हथियार मुहैया कराया जा सकता है, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन पर हमले के लिए हो सकता है।

किम जोंग उन छह दिवसीय दौरा हुआ समाप्त

तानाशाह किम जोंग उन का रूस दौरा बीते मंगलवार को शुरू हुआ था। किम जोंग करीब छह दिनों तक रूस के दौरे पर रहे। इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन और तानाशाह किम जोंग उन के बीच सैन्य सहयोग पर फोकस रहा। हफ्ते भर लंबी यात्रा के दौरान सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ चर्चा हुई।

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क्या है यात्रा का मुख्य उद्देश्य?

यात्रा का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन युद्ध को तेजी देने के लिए रूसी शस्त्रागार को और अधिक सक्षम बनाना था। सोवियत संघ के डिजाइन पर आधारित उत्तर कोरिया के पास मौजूद हथियार उसमें बड़े सहायक हो सकते हैं। इसके बदले किम अपने सेटेलाइट अभियान में रूस की मदद चाह रहे हैं। उत्तर कोरिया की ओर से इस यात्रा को नए सुनहरे दिन की शुरुआत करार दिया गया है।

दक्षिण कोरिया ने किम जोंग के दौरे को लेकर जताई चिंता

वहीं, दक्षिण कोरिया ने इसे लेकर चिंता जाहिर की है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि इस तरह का सैन्य सहयोग अवैध और अन्यायपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मजबूती के साथ इसके खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है, जिससे रूस और उत्तर कोरिया के बढ़ते सहयोग से निपटा जा सके। यूं सुक येओल संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सोमवार को न्यूयार्क रवाना होंगे।

कोरोनो वायरस महामारी के बाद पहली बार विदेशी दौरे पर गए तानाशाह

बता दें कि कोरोनो वायरस महामारी के बाद किम जोंग उन का यह पहला आधिकारिक विदेशी दौरा था। किम जोंग उन ने हथियारों और प्रौद्योगिकी से जुड़े कई जगहों का दौरा किया। विशेषज्ञों का मनना है कि रूस और उत्तर कोरिया की बढ़ती नजदीकियों से पश्चिमी देशों के लिए चिंता बढ़ सकती हैं।

रूसी रक्षा मंत्री से भी मिले किम जोंग उन

जानकारी के अनुसार, यात्रा के दौरान किम जोंग उन ने रूसी रक्षा मंत्री से भी मुलाकात की। उन्होंने परमाणु क्षमता से लैस बमवर्षक विमानों और हाइपरसोनिक मिसाइलों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने रूसी युद्धपोत और परमाणु क्षमता वाली पनडुब्बियों का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा किम जोंग उन को एक बुलेटप्रूफ जैकेट और छह ड्रोन भी उपहार में दिए गए हैं।

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