Russia-Ukraine: रूस ने पूर्वी यूक्रेन के एक और शहर पर किया कब्जा, 53 हजार लोगों को इलाका खाली करने का आदेश
Russia-Ukraine War रूस और यूक्रेन का युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब रूस के सुरक्षाबलों ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क क्षेत्र में जालिजने टाउन पर कब्जा कर लिया है। इसकी जानकारी रूस के रक्षा मंत्रालय ने दी है । इसी के साथ ही रूस डोनेस्क क्षेत्र के ही टोरेस्क और पोकरोवस्क की ओर आगे बढ़ रहा है।
मॉस्को, रायटर्स। यूक्रेन-रूस जंग और गहराती जा रही है। दोनों पक्ष एक दूसरे के क्षेत्र पर कब्जा करने की होड़ में लगे हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि उसके सुरक्षाबलों ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क क्षेत्र में जालिजने टाउन पर कब्जा कर लिया है। इसके साथ ही रूस डोनेस्क क्षेत्र के ही टोरेस्क और पोकरोवस्क की ओर आगे बढ़ रहा है।
क्या है माइनिंग टाउन?
दूसरी ओर, रूस के कुर्स्क क्षेत्र के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर चुकी यूक्रेनी सेना भी स्थिति मजबूत करने में लगी है। उसने सोमवार को यहां एक और पुल को नष्ट कर दिया है। रूस जालिजने को सोवियत काल के एर्टियोमोवो नाम से पुकारता है। इसे माइनिंग टाउन के रूप में जाना जाता है।
यूक्रेनी बलों का अभियान
यह डोनबास क्षेत्र में लंबे समय से यूक्रेनी बलों के अभियान का आधार बना हुआ था। जंग से पहले जालिजने की आबादी पांच हजार थी, जबकि टोरेस्क में 30 हजार लोग निवास करते हैं। वहीं, यूक्रेन के स्थानीय प्राधिकारियों ने सोमवार को पोकरोवस्क शहर के नागरिकों को क्षेत्र को खाली करने का आदेश जारी किया है। यहां 53 हजार लोग रहते हैं। आशंका जाहिर की है कि रूसी सेना यहां बहुत जल्द पहुंच सकती है।जर्मनी के वित्त मंत्रालय ने नहीं दी सैन्य सहायता
दूसरी ओर, जर्मनी द्वारा यूक्रेन को अपनी बजट मजबूरियों को हवाला देकर सहायता रोकने से सोमवार को यूरोपीय स्टॉक गिर गया। मीडिया के हवाले से शनिवार को कहा गया था कि जर्मनी के वित्त मंत्रालय ने यूक्रेन को सैन्य सहायता को मंजूरी नहीं दी है। रूस ने जांचकर्ताओं के हवाले से कहा गया है कि यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में सोमवार को सियाम नदी पर बने तीसरे पुल को नष्ट कर दिया है।
इस क्षेत्र में यूक्रेनी बलों ने दो सप्ताह पहले घुसपैठ की थी। एक दिन पहले भी एक पुल को नष्ट किया था। वहीं, रूस ने कहा है कि कुर्स्क में यूक्रेन के हमले का मतलब है कि वह केवल शांति प्रस्तावों को रख रहा है, उसका इरादा शांति वार्ता का नहीं है।