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S-300 vs S-400 Missile: रूस यूक्रेन में दाग रहा है एस-300 मिसाइल, जानें- भारत को मिली एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम इससे कितना है बेहतर

रूस यूक्रेन पर हमले के लिए एस-300 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम का इस्‍तेमाल कर रहा है। ये सिस्‍टम एस-400 मिसाइल जो कि भारत को मिली है उसका एक बेस वर्जन कहा जा सकता है। एस-300 को अपग्रेड कर एस-400 मिसाइल तैयार की गई है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 26 Jul 2022 12:24 PM (IST)
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रूस यूक्रेन में हमले के लिए कर रहा एस-300 मिसाइल का इस्‍तेमाल
नइ्र दिल्‍ली (आनलाइन डेस्‍क)। यूक्रेन के Mykolaiv Oblast राज्‍य के गवर्नर Vitaly Kim ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रूस के हमलों को लेकर कई ट्वीट किए हैं। इनमें से एक ट्वीट में उन्‍होंने लिखा है कि रूस यूक्रेन में जमीनी हमले के लिए एस-300 मिसाइल का इस्‍तेमाल कर रहा है। उन्‍होंने ये भी लिखा है कि जीपीसी से लैस होने के बाद भी ये मिसाइल अपने लक्ष्‍य से चूक रही हैं।

किम ने कहा है कि वो फिलहाल ये नहीं बता सकते हैं कि ये मिसाइल का कौन सा वर्जन था। किम ने मंगलवार को अपने ताजा ट्वीट में रूसी हमलों की वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि Mykolaiv पर रूस ने हमला का राज्‍य के बेहद संवेदनशील और अहम इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को तबाह कर दिया है। उनके मुताबिक रूस ने उनके राज्‍य में आज 9 मिसाइलें दागी हैं।

आपको बता दें कि रूस की एस -300 मिसाइल एक समय में काफी अहम और ताकतवार मिसाइलों में गिनी जाती है। आज भी इसकी अहमियत कम नहीं हुई है। रूस की इस मिसाइल का इस्‍तेमाल दुनिया के कुछ दूसरे देश भी करते हैं। इस मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम के तीन बेस वर्जन हैं, इनमें S-300V, S300P और S-300F हैं। इन सभी वर्जन को रूस ने बेहतर तरीके से अपग्रेड किया है। इनके अलग-अलग वर्जन ईरान, चीन, वेनेजुएला समेत दूसरे कई देशों में हैं। रूस ने सीरिया में एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम के साथ एस-300 को भी तैनात किया हुआ है। 

इसके अपग्रेड मिसाइल सिस्‍टम में हमारे सामने S-300V Antey 2500 का S-300VM/V4, S-300P का S-400 और S-300F का डोमेस्टिक वर्जन और एक्‍सपोर्ट वर्जन बनाया गया। भारत को जो S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम हासिल हुआ है वो भी S-300P का ही एक अपग्रेड वर्जन है। भारत की ही बात करें तो भारत ने इस मिसाइल को चीन के हमले से बचने के लिए सीमा पर लगाने का फैसला किया है। इसके मिलने के बाद भारत की सुरक्षा और मजबूत हुई है। 

S-300VM (Antey 2500): में पहले के मुकाबले नया और बेहतर सर्विलांस राडार लगा है। इसमें छह मिसाइलें एक साथ दागी जा सकती है। 2011 में सामने आया ये अपग्रेट मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम खासतौर पर शार्ट और मीडियम रेंज की मिसाइल को रूस ने वेनेजुएला को भी बेचा है। इस मिसाइल की रेंज 200-400किमी की है। ये 24 एयरक्राफ्ट या 16 बैलेस्टिक मिसाइलों के हमलों को रोकने में सक्षम है। इसकी स्‍पीड 7.5 मैक से 9 मैक तक है।

S-300F के सभी अपग्रेड वर्जन नेवी के लिए बनाए गए हैं। इन्‍हें केवल Kirov-class cruiser में ही लगाया जा सकता है। इस मिसाइल की स्‍पीड 6 मैक से 8.5 मैक की होती है। इसमें 150 किग्रा का वारहेड लगा हे। इसकी रेंज करीब 150 किमी की है और ये आसमान में 10-27 किमी की ऊंचाई तक जा सकती है। ये शार्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल को इंटरसेप्‍ट कर उसको हवा में ही नष्‍ट कर सकती है। इस मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम को चीन ने भी खरीदा है। इसको चीन ने टाइप 051C एयर डिफेंस गाइडेड मिसाइल डिस्‍ट्रोयर पर इंस्‍टाल्‍ड किया है।  

भारत को मिले S-400 Missile Defense System की ही बात करें तो इस मिसाइल की रेंज 40 किमी से 400 किमी तक है। ये एक एंटी बैलेस्टिक मिसाइल है। जमीन से जमीन पर मार करने वाली ये मिसाइल दुनिया की शक्तिशाली मिसाइलों में से एक है। इसमें लगा अत्‍याधुनिक राडार स‍िस्‍टम अपनी तरफ आने वाले वाले 100 टार्गेट को इंटरसेप्‍ट कर सकता है। इसके अलावा इसके एक सिस्‍टम में करीब 72 लान्‍चर होते हैं। इसका अर्थ है कि ये एक ही साथ अलग-अलग जगहों या टार्गेट पर सटीक निशाना साध सकती है। इतना ही नहीं इसको गाइडेड सिस्‍टम के रूप में भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है। इसकी कई सारी ऐसी खूबियां हैं जिनकी वजह से इसको कहीं अधिक विश्‍वसनीय ओर दुश्‍मन के लिए घातक माना जाता है।

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