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Russia- China: सोवियत युग के बाद रूस ने चीन के साथ शुरू किया सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास, पुतिन ने अमेरिका को दी चेतावनी

रूस और चीन के युद्धपोतों ने संयुक्त अभ्यास शुरू कर दिया। सोवियत युग के बाद यह सबसे बड़ा रूसी नौसैनिक अभ्यास है। रूसी राष्ट्रपति ने युद्धाभ्यास के अवसर पर टेलीविजन के माध्यम से सैन्य अधिकारियों को किए गए संबोधन में कहा हम मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग को मजबूत करने पर विशेष ध्यान देते हैं। अभ्यास भूमध्य सागर से प्रशांत महासागर तक आयोजित किया जाएगा।

By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 05:45 AM (IST)
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सोवियत युग के बाद रूस ने चीन के साथ शुरू किया सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास

 रॉयटर, मॉस्को। रूस और चीन के युद्धपोतों ने संयुक्त अभ्यास शुरू कर दिया। सोवियत युग के बाद यह सबसे बड़ा रूसी नौसैनिक अभ्यास है। अभ्यास शुरू होने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को अमेरिका को एशिया में मॉस्को को मात देने का प्रयास नहीं करने की चेतावनी दी।

अमेरिका ने कहा है कि दूसरे अन्य अभ्यासों की तरह ही वह जापान और ओखोत्स्क सागर में शुरू हुए संयुक्त नौसैनिक अभ्यास की निगरानी करेगा। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वर्तमान में कोई त्वरित चिंता की बात नहीं है।

अभ्यास में उच्च क्षमता के हथियारों का उपयोग किया जाएगा

पुतिन ने कहा कि 'महासागर-2024' रणनीतिक अभ्यास भूमध्य सागर से प्रशांत महासागर तक आयोजित किया जाएगा और इसमें युद्ध-तैयारी एवं नए प्रकार समेत उच्च क्षमता के हथियारों का उपयोग किया जाएगा। यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान से सीखे गए सबक भी इसमें शामिल किए जाएंगे।

नौसेना को मजबूत बनाना जारी रखना चाहिए- पुतिन

रूसी राष्ट्रपति ने युद्धाभ्यास के अवसर पर टेलीविजन के माध्यम से सैन्य अधिकारियों को किए गए संबोधन में कहा, 'हम मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग को मजबूत करने पर विशेष ध्यान देते हैं। वर्तमान में विश्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के संदर्भ में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। अमेरिका किसी भी कीमत पर अपने वैश्विक सैन्य और राजनीतिक प्रभुत्व को बनाए रखने के प्रयास में जुटा है।' पुतिन ने कहा कि रूस को किसी भी घटनाक्रम के लिए तैयार रहना चाहिए और उसे अपनी नौसेना को मजबूत बनाना जारी रखना चाहिए।