Russia: घटती जा रही रूस की जन्मदर, चिंता में पुतिन सरकार; निपटने के लिए करनी पड़ रही कड़ी मेहनत
घटती जन्मदर को लेकर रूस की चिंता बढ़ती जा रही है। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के समय रूस की जनसंख्या लगभग 148 मिलियन थी जो अब लगभग 144 मिलियन हो गई है। कोविड मौतें यूक्रेन युद्ध से बचने के लिए देश से भागने वाले सैकड़ों हजार पुरुष और 2023 में रूस में प्रवासन का दस साल के निचले स्तर पर पहुंचना मुख्य कारण बताए जा रहे है।
एएफपी, मॉस्को। Russia Low Birth Rate: रूस इस समय घटती जन्मदर को लेकर बड़ी चिंता में है। यह देश यूएसएसआर के पतन के बाद से जनसांख्यिकीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। क्रेमलिन ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो इससे देश के भविष्य को खतरा हो सकता है। हालांकि, रूस इस मामले से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
रूस की बढ़ी चिंता
दरअसल, यूक्रेन के साथ हो रहे युद्ध में हजारों सैनिकों के मारे जाने और 17 वर्षों में सबसे कम प्रजनन दर दो मुख्य कारण बताए जा रहे है। रूस में प्रति महिला जन्म स्तर 1.4 पर पहुंच गया है। इसको लेकर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक मीडिया समारोह में कहा कि 'यह अब बहुत कम स्तर पर है - 1.4 (प्रति महिला जन्म)। यह यूरोपीय देशों, जापान जैसे देशों के बराबर है, जो देश के भविष्य के लिए विनाशकारी है।'
144 मिलियन हो गई है रूस की जनसंख्या
पेस्कोव ने कहा, 'जिसके पास बहुत से बच्चे हैं, वह हीरो है। हम दुनिया के सबसे बड़े देश में रहते हैं और हर साल हमारे देश में बच्चे कम होते जा रहे हैं। इससे निपटने का एकमात्र तरीका औसत जन्म दर को बढ़ाना है।'1991 में सोवियत संघ के विघटन के समय रूस की जनसंख्या लगभग 148 मिलियन थी, जो 1990 के दशक में उच्च मृत्यु दर और कम जन्म दर की लंबी अवधि के बाद अब लगभग 144 मिलियन हो गई है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार द्वारा बड़े परिवारों को भुगतान और सब्सिडी की पेशकश के बावजूद देश की जन्म दर सोवियत काल से ठीक नहीं हुई है।
क्या है मुख्य कारण?
- कोविड मौतें,
- यूक्रेन युद्ध से बचने के लिए देश से भागने वाले सैकड़ों हजार पुरुष
- 2023 में रूस में प्रवासन का दस साल के निचले स्तर पर पहुंचना