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संयुक्त राष्ट्र में रूस ने दी चेतावनी, यूक्रेन की सहायता कर रहे पश्चिम की खुफिया सैटेलाइट को मार कर गिरा देंगे

रूस सैटेलाइट को निशाना बनाने की क्षमता रखने वाला देश है। उसके अतिरिक्त केवल अमेरिका और चीन ही अंतरिक्ष में घूम रहे सैटेलाइट को निशाना बनाकर उसे गिरा सकते हैं। 2021 में रूस ने परीक्षण के तौर पर अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल दागकर अपना ही सैटेलाइट मार गिराया था।

By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Thu, 27 Oct 2022 09:41 PM (IST)
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रूस के राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमीर पुतिन। फाइल फोटो
कीव, रायटर। रूस ने पश्चिमी देशों को आगाह किया है कि उसकी मिसाइलें उन सैटेलाइट को मारकर गिरा सकती हैं जो अंतरिक्ष से रूसी सेना की गतिविधियों की खुफियागीरी कर रहे हैं और खुफिया जानकारी यूक्रेनी सेना को दे रहे हैं। पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका के कमर्शियल सैटेलाइट अंतरिक्ष में घूम रहे हैं और पूरी दुनिया की फोटो ले रहे हैं।

रूस और अमेरिका के बीच पैदा हो सकता है सीधा टकराव

इस बीच यूक्रेन के आधारभूत ढांचे पर रूसी प्रहार जारी है। पश्चिमी देशों को रूस की इस चेतावनी से जाहिर तौर पर तनाव और बढ़ गया है। रूस ने अगर सैटेलाइट पर हमला किया तो अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश भी जवाबी कदम उठा सकते हैं। इससे रूस और अमेरिका के बीच सीधे टकराव का खतरा पैदा हो जाएगा। रूसी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी कांस्टेन्टीन वोरोंत्सोव ने कहा, पश्चिमी देशों के सैटेलाइट युद्ध भड़काने में खतरनाक भूमिका निभा रहे हैं। पश्चिमी देशों का खुफियागीरी करने वाले सैटेलाइट का इस्तेमाल भड़काऊ कदम है। रूस यूक्रेन की सैन्य ताकत कम करने के लिए खास तरह के आधारभूत ढांचे पर हमला कर रहा है, इसे वह जारी रखेगा। वोरोंत्सोव ने यह बात संयुक्त राष्ट्र की कमेटी के समक्ष कही।

अमेरिका ने यूक्रेनी सेना को दिया है एचआइएमएआरएस

रूस सैटेलाइट को निशाना बनाने की क्षमता रखने वाला देश है। उसके अतिरिक्त केवल अमेरिका और चीन ही अंतरिक्ष में घूम रहे सेटेलाइट को निशाना बनाकर उसे गिरा सकते हैं। 2021 में रूस ने परीक्षण के तौर पर अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल दागकर अपना ही एक सैटेलाइट मार गिराया था। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने यूक्रेनी सेना को जो हाई मोबिलिटी आर्टिलरी राकेट सिस्टम (एचआइएमएआरएस) दिया है, वह सैटेलाइट से प्राप्त फोटो और रीयल टाइम इन्फार्मेशन के आधार पर लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाता है। इस फोटो और इन्फार्मेशन का यूक्रेनी सेना भी रूसी सेना पर हमले और अपने बचाव में इस्तेमाल कर लेती है।

रूसी हमलों के बीच यूक्रेनी सेना पड़ी धीमी

दक्षिण में स्थित खेरसान में खराब मौसम और मुश्किल जमीनी हालात में यूक्रेनी सेना का अभियान हाल के दिनों में धीमा पड़ा है, जबकि पूर्वी यूक्रेन में स्थित लुहांस्क और डोनेस्क में स्थिति पहले जैसी बनी हुई है। यहां के ज्यादातर क्षेत्रों पर रूसी सेना का कब्जा बना हुआ है। खेरसान से 70 हजार से ज्यादा लोगों के पलायन की खबर है। रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच भीषण टकराव की आशंका से ये लोग अपना ठिकाना छोड़कर रूस या अन्यत्र चले गए हैं।

यूक्रेन में हमलों से बिजली उत्पादन क्षमता 30 प्रतिशत तक हुई कम

इस बीच कीव क्षेत्र के गवर्नर ओलेक्सी कुलेबा ने कहा है कि बिजलीघरों पर रूसी हमलों के चलते उनके क्षेत्र में बिजली उत्पादन क्षमता 30 प्रतिशत तक कम हुई है। कुलेबा ने बताया कि बुधवार-गुरुवार की रात में भी आधारभूत ढांचे पर रूसी सेना के बड़े हमले हुए हैं। इनसे संवेदनशील ठिकानों को नुकसान हुआ है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसने सेना के लिए विस्फोटक तैयार करने वाले यूक्रेन के एक कारखाने और एक एमआइ-8 हेलीकाप्टर को भी नष्ट कर दिया है। रूसी सेना यूक्रेन के आधारभूत ढांचे को नुकसान पहुंचाने के लिए पिछले कई हफ्तों से मिसाइल, राकेटों और ईरान निर्मित ड्रोनों का इस्तेमाल कर रही है। इससे यूक्रेन के करीब आधे बिजलीघरों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।