Move to Jagran APP

रूसी अदालत ने Google पर लगाया भारी जुर्माना, यूजर्स के पर्सनल डेटा संग्रहीत करने में विफल कंपनी; रकम जानकर उड़ जाएंगे होश

रूस में रूसी नागरिकों पर व्यक्तिगत डेटा संग्रहीत करने से बार-बार इनकार करने के बाद मॉस्को के टैगांस्की जिला अदालत के एक मजिस्ट्रेट ने गूगल पर 15 मिलियन रूबल (लगभग $ 164200) का जुर्माना लगाया। रूसी अदालतों ने Apple और विकिमीडिया फाउंडेशन पर भी जुर्माना लगाया है जो विकिपीडिया की मेजबानी करता है। इससे पहले अगस्त 2021 और जून 2022 में गूगल पर रूसी कानून के तहत जुर्माना लगा था।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Tue, 14 Nov 2023 05:44 PM (IST)
Hero Image
गूगल पर लगा 15 मिलियन रूबल का जुर्माना
एपी, मॉस्को। एक रूसी अदालत ने मंगलवार को Google पर अपने रूसी उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को संग्रहीत करने में विफल रहने के लिए भारी जुर्माना लगाया है। दरअसल, यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस और पश्चिम के बीच तनाव के बीच तकनीकी दिग्गज पर यह जुर्माना लगा है।

15 मिलियन रूबल का लगा जुर्माना

आईटी कंपनी द्वारा रूस में रूसी नागरिकों पर व्यक्तिगत डेटा संग्रहीत करने से बार-बार इनकार करने के बाद मास्को के टैगांस्की जिला अदालत के एक मजिस्ट्रेट ने गूगल पर 15 मिलियन रूबल (लगभग $ 164,200) का जुर्माना लगाया। इससे पहले अगस्त 2021 और जून 2022 में गूगल पर रूसी कानून के तहत विदेशी संस्थाओं को अपने रूसी उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को स्थानीयकृत करने के आरोपों पर जुर्माना लगाया गया था।

पहले भी कई बार लगा जुर्माना

यूक्रेन में संघर्ष के बारे में कथित रूप से गलत जानकारी को हटाने में विफल रहने के लिए अमेरिकी तकनीकी दिग्गज को अगस्त में 3 मिलियन रूबल (लगभग 32,800 डॉलर) का जुर्माना देने का भी आदेश दिया गया था।पिछले साल मास्को द्वारा यूक्रेन में सेना भेजने के बाद रूस में गूगल का व्यवसाय प्रभावी रूप से बंद हो गया था।

यह भी पढ़ें: Israel-Hamas War: गाजा के अस्पताल बने हमास के कमांड सेंटर, दावों के बीच मिले सबूत; बंधकों को आतंकियों ने बनाया ढाल

कंपनी ने कहा है कि अधिकारियों द्वारा उसका बैंक खाता जब्त कर लिए जाने के बाद उसने रूस में दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। इस कारण गूगल कर्मचारियों और आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान करने में असमर्थ हो गई है।

एप्पल और विकिमीडिया पर भी लगा जुर्माना

रूसी अदालतों ने Apple और विकिमीडिया फाउंडेशन पर भी जुर्माना लगाया है, जो विकिपीडिया की मेजबानी करता है। फरवरी 2022 में यूक्रेन में सेना भेजने के बाद से, रूसी अधिकारियों ने सैन्य अभियान की किसी भी आलोचना को दबाने के लिए कई उपाय किए हैं। कुछ आलोचकों को इसमें कड़ी सजा भी मिली है। विपक्षी नेता व्लादिमीर कारा-मुर्ज़ा को इस साल यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों के खिलाफ दिए गए भाषणों के कारण राजद्रोह के लिए 25 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।

यह भी पढ़ें: अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की पोती की सुरक्षा में चूक, SUV में तोड़फोड़ की कोशिश; सीक्रेट सर्विस एजेंट ने चलाई गोलियां