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जानें- यूक्रेन को अचानक क्‍यों बंद करनी पड़ी यूरोपीयन यूनियन को पावर सप्‍लाई, होगा अरबों यूरो का नुकसान

रूस के मिसाइल हमलों में यूक्रेन की पावर जनरेशन और सप्‍लाई को भारी नुकसान पहुंचा है। इस वजह से यूक्रेन को यूरोपीयन यूनियन को दी जाने वाली पावर सप्‍लाई को भी रोकना पड़ा है। यूक्रेन का कहना है कि उसके एक्‍सपर्ट मरम्‍मत के काम में लगे हैं।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 11 Oct 2022 04:47 PM (IST)
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रूस के हमले में यूक्रेन के पावर सप्‍लाई और जनरेशन को पहुंची क्षति

नई दिल्‍ली (आनलाइन डेस्‍क)। यूक्रेन ने कीव समेत दूसरे शहरों पर रूस द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के बाद यूरोपीयन यूनियन को पावर सप्‍लाई करनी बंद कर दी है। कीव का कहना है कि मिसाइल हमलों में उसके एनर्जी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को भारी नुकसान पहुंचा है। कीव की तरफ से ये भी कहा गया है कि उसको फिलहाल अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बिजली की अधिक जरूरत है। बता दे कि रूस की गैस सप्‍लाई के बंद होने से यूरोपीयन यूनियन के सामने आए एनर्जी क्राइसेस को कम करने में यूक्रेन उनकी मदद कर रहा था। लेकिन फिलहाल यूक्रेन ने इसे जारी रखने से अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।

हमले में पावर सप्‍लाई को पहुंचा नुकसान

यूक्रेन के उर्जा मंत्री German Galushchenko ने इस पर एक बयान जारी कर कहा है कि मंगलवार को हुए मिसाइल हमले में उसके थर्मल जनरेशन और इलेक्ट्रिकल सबस्‍टेशन को भारी नुकसान पहुंचा है। इसकी वजह से आज से ही ईयू की पावर सप्‍लाई को बंद करना पड़ा है। यूक्रेन की तरफ से ये भी कहा गया है कि मार्च में Zaporozhye Nuclear Power Plant से अपना नियंत्रण खो देने के बाद भी कीव ईयू को दिया अपना वादा निभा रहा था। लेकिन, सोमवार और फिर मंगलवार को हुए मिसाइल हमलों ने इसमें बाधा खड़ी कर दी है।

पावर सिस्‍टम हुआ नष्‍ट 

इस हमले में उसकी सप्‍लाई लाइन बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हुई है। इस हमले में न सिर्फ बिजली उत्‍पादन को नुकसान हुआ है बल्कि डिस्‍ट्रीब्‍यूशन स‍िस्‍टम भी नष्‍ट हो गया है। ऐसे में उसको अपने वादे को निभाने में मुश्किल हो रही है। वो दूससे सोर्स से भी ऐसा करने में फिलहाल नाकाम है। गौरतलब है कि यूक्रेन ईयू से पावर सप्‍लाई के जरिए डेढ़ बिलियन यूरो कमाता था।

राष्‍ट्रपति पुतिन के आदेश पर बनाया निशाना

बता दें कि कर्च पुल (Kerch Bridge Blast) पर हुए धमाके के बाद राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे बड़े शहरों में मिसाइल हमले करने का आदेश दिया था। इन हमलों के बाद खुद राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने इसकी तस्‍दीक भी की थ्‍सी। उन्‍होंने कहा था कि उनकी मिसाइलें कीव समेत अलग-अलग शहरों में गिरी हैं। इन हमलों में एनर्जी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, मिलिट्री ठिकाने और संचार माध्‍यमों को टार्गेट किया गया है। उन्‍होंने यूक्रेन को ये भी धमकी दी थी कि यदि यूक्रेन दोबारा कोई भी आतंकी कार्रवाई करता है तो रूस इसका जबरदस्‍त जवाब देगा।

रूस पर लगाया यूक्रेन ने आरोप

यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री ने राष्‍ट्रपति पुतिन पर आरोप लगाया है कि वो लगातार देश में ऊर्जा संकट को बढ़ा रहे हैं। उन्‍होंने ये भी कहा है कि रूस को घुटनों पर लाने के लिए यूरोपीयन देशों को रूस से ऊर्जा पर निर्भरता को खत्‍म कर देना चाहिए। जून में यूरोपीयन एनर्जी सिस्‍टम ENTSO-E में शामिल होने के बाद से ही यूक्रेन ईयू से पावर सप्‍लाई के बदले एक बड़ी रकम ले रहा था। ऊर्जा मंत्री के मुताबिक इसलिए ही रूस ने एनर्जी ठिकानों को बर्बाद किया है। रूस यूक्रेन को घुटनों पर लाना चाहता है। यूक्रेन की पावर सप्‍लाई कंपनी Ukrenergo, का कहना है कि उसके एक्‍सपर्ट पावर सप्‍लाई को दोबारा चालू करने में लगे हैं। ऊर्जा मंत्री का कहना है कि यूक्रेन के सभी नागरिक एकजुट हैं।

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