दुश्मन के राडार में नहीं आएगी Zircon मिसाइल, पलक झपकते ही हो जाएगी आंखों से ओझल
रूस की िजिरकॉन मिसाइल दुश्मन के राडार की पकड़ में नहीं आ सकेगी। यह मिसाइल पलक झपकते ही आंखों से ओझल हो जाएगी।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Fri, 04 Oct 2019 04:16 PM (IST)
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। रूस की हाईपरसोनिक मिसाइल 3M22 Zircon (जिरकॉन) को दुश्मन का राडार देख नहीं सकेगा। रूस की इस मिसाइल की गूंज फिलहाल सभी विकसित देशों के रक्षा मंत्रालय में सुनी जा रही है। यूं तो रूस के पास कई अत्याधुनिक हथियार और मिसाइल हैं जो कई देशों को डराने का काम कर सकती हैं। लेकिन जिरकॉन की बात की जाए तो ये मिसाइल इन सभी में कहीं अधिक घातक है। दुश्मन के राडार की नजरों को चकमा देकर ये मिसाइल पल भर में तबाही मचा सकती है। इसका डिजाइन और इसका बाहरी आवरण सभी कुछ बेहद खास है।
दरअसल, इसके लिए वैज्ञानिकों ने यूनिक कॉम्पैक्ट मैटेरियल का इस्तेमाल किया है, इसमें कार्बन और कार्बन फाइबर शामिल है। इसकी वजह से इस मिसाइल का वजन काफी कम हो गया है। इसके बाहरी आवरण की बदौलत ही यह राडार से छिपी रह सकती है। इसी मैटेरियल का इस्तेमाल पहले 3M37 स्किफ सबमरीन बेस्ड बेलेस्टिक मिसाइल (Skiff submarine-based ballistic missile) में भी किया गया था।
जिस धातु से इसका बाहरी आवरण तैयार किया गया है वह KIMF की ही तरह है। इसको रूस के चेलीबिंस्क यूमाटेस्क प्लांट (Chelyabinsk UMATEX plant) में तैयार किया जाता है। यह बेहद हल्का लेकिन बेहद मजबूत होता है। जिरकॉन की ही बात करें तो इसकी रेंज करीब दस हजार किमी तक है। हवा में उड़ती हुई यह मिसाइल किसी बड़े आग के गोले की तरह लगती है। इसकी गति की बात करें तो यह 9 मैक की है। इस मिसाइल को सबसे पहले किरोव क्लास युद्धपोत एडमिरल नखीमोव और प्योट्रवेल्की पर 2020 तक लगाया दिया जाएगा। इसकी तैनाती के बाद इन युद्धपोतों पर अलग-अलग तरह की करीब 80 मिसाइलें मौजूद रहेंगी।
आपको यहां पर ये भी बता दें कि इसी वर्ष अमेरिका ने भी इसी तरह की एक मिसाइल का परीक्षण किया था। हालांकि इस क्षेत्र में ये दोनों देश ही अकेले नहीं हैं। इसमें चीन भ शामिल है। रूस की जिरकॉन का नाटो नाम SS-N-33 दिया गया है। एक हजार किमी रेंज वाली ये मिसाइल जमीन और पानी दोनों पर ही दुश्मन को तबाह कर सकती है। इसकी भी रफ्तार 9 मैक ही है। यह भी पढ़ें:-
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