Alexei Navalny: प्लेन में दिया गया जहर और 19 साल की कैद; कौन थे एलेक्सी नवलनी जिन्होंने पुतिन की नाक में किया था दम
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचकों में से एक विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत हो गई। नवलनी उग्रवाद के आरोप में 19 साल की सजा काट थे और उन्हें आर्कटिक सर्कल के ऊपर एक जेल कॉलोनी में रखा गया था। पुतिन पर नवलनी की जान लेने की कोशिश करने के आरोप लगते रहे हैं और इसको लेकर पिछले कई वर्षों से चर्चा भी गर्म रही।
By Anurag GuptaEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 16 Feb 2024 06:56 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचकों में से एक विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत हो गई। नवलनी उग्रवाद के आरोप में 19 साल की सजा काट थे और उन्हें 'आर्कटिक सर्कल' के ऊपर एक जेल कॉलोनी में रखा गया था। अमेरिकी विदेश विभाग ने हाल ही में नवलनी से जुड़ी रिपोर्ट्स सामने आने पर यह जानकारी दी थी, लेकिन पुतिन के इस विरोधी की शुक्रवार को अचानक मौत हो जाने की सूचना सामने आई।
आपको बता दें कि व्लादिमीर पुतिन पर नवलनी की जान लेने की कोशिश करने के आरोप लग चुके हैं और इसको लेकर पिछले कई वर्षों से चर्चा भी गर्म रही।
कौन थे एलेक्सी नवलनी?
नवलनी को पुतिन का घोर विरोधी माना जाता है और उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किए थे। 1976 में जन्मे नवलनी ने कानून की पढ़ाई की और एक सफल वकील के रूप में अपनी पहचान स्थापित की, लेकिन साल 2008 में उन्होंने एक ब्लॉग लिखकर सरकारी कंपनियों के घोटालों को उजागर किया था। इसी एक ब्लॉग की बदौलत उनकी लोकप्रियता में दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से इजाफा हुआ। साथ ही सरकार में शामिल कई नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों को इस्तीफा भी देना पड़ा था।यह भी पढ़ें: व्लादिमीर पुतिन के धुर-विरोधी एलेक्सी नवलनी की जेल में मौत, 19 साल की मिली थी कठोर सजा
जब पहली बार हुई गिरफ्तारी
साल 2011 में सरकार के खिलाफ ब्लॉग लिखने और रूस की संसद डूमा के बाहर सरकार विरोधी रैली का आयोजन करना नवलनी को भारी पड़ा था। घोटालों को लेकर लगातार आवाज बुलंद करने की वजह से उन्हें 2011 में पहली बार गिरफ्तार किया गया और 15 दिन की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, सरकार के खिलाफ अपनी मुहिम को उन्होंने पीछे नहीं छोड़ा और सोशल मीडिया का भी सहारा लिया।साल 2012 में पुतिन की सत्ता में वापसी हुई और वह एक बार फिर से राष्ट्रपति बन गए। इसके बाद 2013 में नवलनी ने मॉस्को के मेयर का चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें पुतिन समर्थक सर्गेई सोब्यानिन के हाथों हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने सरकार विरोधी माहौल बनाने में सफलता हासिल की। जिसकी वजह से उन्हें सरकारी मीडिया में दिखाने पर रोक लगा दी गई थी।
भले ही नवलनी की आवाज को कुचलने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया की मदद से लोगों तक अपनी बात पहुंचाई और वह रुके नहीं...