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आगबबूला हुआ रूस! यूक्रेन ने नए साल का जश्न मना रहे रूसी सैनिकों पर किया जोरदार हमला, 400 की मौत

यूक्रेन ने रूस पर जोरदार हमला करने का दावा किया है। कहा जा रहा है कि यूक्रेनी सेना ने करीब 400 रूसी सैनिकों को मार गिराया और बड़ी संख्या में रूसी सैनिक घायल भी हुए हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस हर मोर्चे पर विफल हो रहा है।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Mon, 02 Jan 2023 10:52 PM (IST)
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यूक्रेन ने नए साल का जश्न मनाते रूसी सैनिकों पर किया हमला
कीव, रायटर। Russia-Ukraine war: 2022 के अंतिम दिन और 2023 के शुरुआती घंटों में रूसी सेना के हमले झेलने के बाद यूक्रेन की सेना ने रविवार देर रात पलटवार किया। पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क प्रांत में किए हमले में यूक्रेनी सेना ने करीब 400 रूसी सैनिकों को मारने और बड़ी संख्या में घायल करने का दावा किया है। जबकि रूस ने यूक्रेनी हमले में अपने 63 सैनिकों की मौत स्वीकार की है।

रूसी सैनिकों के ठिकाने पर हमला

अगर यूक्रेन की सेना का दावा सही है तो यह एक दिन में यूक्रेन में रूसी सेना को सबसे बड़ा नुकसान है। यह द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रूसी सेना की एक दिन में सबसे बड़ी क्षति भी हो सकती है। पता चला है कि यूक्रेनी सेना ने डोनेस्क की राजधानी माकीव्का में रूसी सैनिकों के ठिकाने पर हमला किया। रूसी सेना ने एक कालेज को अपना ठिकाना बनाया हुआ था।

नए साल का जश्न मना रहे थे रूसी सैनिक

मिली जानकारी के अनुसार हमले के समय रूसी सैनिक नए साल का उत्सव मना रहे थे, इसलिए उन्हें यूक्रेनी हमले में संभलने का समय नहीं मिला। यूक्रेनी सेना ने छह अमेरिकी राकेटों से कालेज परिसर को निशाना बनाया। कुछ स्त्रोतों के अनुसार इनमें से दो राकेट को रूसी डिफेंस सिस्टम ने आकाश में ही मार गिराए लेकिन बाकी कालेज भवन से जा टकराए। हमले से कालेज परिसर खंडहर में तब्दील हो गया है।

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मलबे में और सैनिक के दबे होने की आशंका

रूस समर्थक एक सैन्य ब्लागर के अनुसार हमले में 100 से ज्यादा सैनिक घायल हुए हैं। मलबे में अभी और सैनिक दबे हो सकते हैं। राइबर नाम से ब्लाग लिखने वाले ने कहा है कि कालेज भवन में करीब 600 लोग रहते थे। इनमें ज्यादातर सैनिक थे। उनके हथियार और गोला-बारूद भी भवन में बने शस्त्रागार में रखे जाते थे। यह शहर लंबे समय से रूसी सेना के कब्जे में है।

सैनिकों के मरने से रूस में गुस्सा

यूक्रेनी हमले में बड़ी संख्या में सैनिकों के मारे जाने से रूस में लोग आक्रोशित हो उठे हैं। सैन्य मामलों के जानकार सवाल उठा रहे हैं कि यूक्रेनी राकेटों के दायरे में आने वाले स्थान पर बड़ी संख्या में सैनिकों का ठिकाना बनाने का निर्णय किसका था। युद्ध क्षेत्र में सैन्य ठिकानों की सुरक्षा में लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार सैन्य अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग उठ रही है।

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हर मोर्चे पर विफल हो रहा रूस

इस हमले के बाद रूसी सेना ने यूक्रेन पर लगातार तीसरे दिन हवाई हमला किया। इन हमलों में मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। यूक्रेनी वायुसेना का दावा है कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने 39 ड्रोन आकाश में ही मार गिराए। इनमें से 22 ड्रोन केवल राजधानी कीव के ऊपर से गिराए गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस की जमीन और हवाई हमले की कोशिश कामयाब नहीं हो रही हैं। वह हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहा है। हम एकजुट हैं इसलिए रूस का हर तरीका विफल हो रहा है।

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