Russia Ukraine Ceasefire: 'रूसी कब्जे से सारी भूमि लेंगे वापस...', पुतिन के युद्धविराम के प्रस्ताव को यूक्रेन ने किया खारिज
Russia Ukraine Ceasefire रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्धविराम के प्रस्ताव को यूक्रेन ने किया खारिज कर दिया। प्रतिक्रिया में कहा है कि यूक्रेन अपने सभी इलाकों को वापस प्राप्त किए बगैर युद्ध नहीं रोकेगा। पुतिन का यह प्रस्ताव तब आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इटली में जी 7 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और अन्य सहयोगी देशों के नेताओं के साथ हैं।
एपी, मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के समक्ष तत्काल युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है, लेकिन इसके लिए यूक्रेन को 2022 में रूस द्वारा जीते गए सीमावर्ती इलाकों से अपने सैनिक बुलाने होंगे और नाटो की सदस्यता के आवेदन को वापस लेना होगा, लेकिन यूक्रेन ने पुतिन के इस प्रस्ताव को अतार्किक बताते हुए अस्वीकार कर दिया है।
यूक्रेन ने पुतिन के बयान पर किया पलटवार
प्रतिक्रिया में कहा है कि यूक्रेन अपने सभी इलाकों को वापस प्राप्त किए बगैर युद्ध नहीं रोकेगा। अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने के यूक्रेन के आवेदन के बाद ही फरवरी 2022 में यूक्रेन में रूस के हमले शुरू हुए थे। 28 महीनों में भारी खून-खराबे और विश्व स्तर पर काफी हद तक अलग-थलग पड़ने के बाद रूस अब यूक्रेन के साथ समझौते की राह देख रहा है, लेकिन गुरुवार को अमेरिका के साथ दस वर्षीय सुरक्षा समझौता कर चुका यूक्रेन अब युद्ध के मैदान में पीछे हटने को तैयार नहीं है।
स्विट्जरलैंड में होगा यूक्रेन पर शांति सम्मेलन
पुतिन का यह प्रस्ताव तब आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इटली में जी 7 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और अन्य सहयोगी देशों के नेताओं के साथ हैं। इसके बाद स्विट्जरलैंड में 15-16 जून को यूक्रेन पर शांति सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें करीब 100 देशों और संगठनों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। इस सम्मेलन में यूक्रेन की मदद के लिए बड़े एलान हो सकते हैं।प्रस्ताव के साथ पुतिन ने दे डाली चेतावनी
वैसे जी 7 देश यूक्रेन को 50 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता का बड़ा एलान गुरुवार को कर चुके हैं। विदेश मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में पुतिन ने कहा, वह इतिहास के इस पीड़ा देने वाले पन्ने को पलटना चाहते हैं और यूक्रेन व यूरोपीय देशों के साथ चरणबद्ध तरीके से संबंध सामान्य करना चाहते हैं। यूक्रेन और पश्चिमी देश अगर उनके प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं तो यूक्रेन में खूनखराबा जारी रहने के लिए वे जिम्मेदार होंगे।
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