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Ukraine-Russia War: 'एक समय बाद पुतिन से बात करना जरूरी होगा', रूस के बड़े हमलों के आगे बेबस हुआ यूक्रेन

रूस ने सोमवार को कहा कि बिना मास्को के यूक्रेन युद्ध पर चर्चा निरर्थक साबित हुई है। स्विटजरलैंड के बर्गेनस्टाक में रविवार को समाप्त हुए दो दिवसीय सम्मेलन को क्रेमलिन ने नकारात्मक व लगभग शून्य परिणामों वाला बताया है। कहा इस दौरान पश्चिमी शक्तियों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा की लेकिन वे सम्मेलन द्वारा जारी बयान पर गुटनिरपेक्ष देशों का समर्थन हासिल करने में विफल रहे।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 17 Jun 2024 10:30 PM (IST)
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रूस ने सोमवार को कहा कि बिना मास्को के यूक्रेन युद्ध पर चर्चा निरर्थक साबित हुई है।
रॉयटर्स, मास्को। रूस ने सोमवार को कहा कि बिना मास्को के यूक्रेन युद्ध पर चर्चा निरर्थक साबित हुई है। स्विटजरलैंड के बर्गेनस्टाक में रविवार को समाप्त हुए दो दिवसीय सम्मेलन को क्रेमलिन ने नकारात्मक व लगभग शून्य परिणामों वाला बताया है। कहा, इस दौरान पश्चिमी शक्तियों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा की, लेकिन वे सम्मेलन द्वारा जारी बयान पर गुटनिरपेक्ष देशों का समर्थन हासिल करने में विफल रहे।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि यूक्रेन युद्ध पर आयोजित सम्मेलन में रूस को आमंत्रित नहीं किया गया। लेकिन, अगर हम इसके प्रभाव की बात करें तो कुल मिलाकर यह लगभग शून्य रहा। नियमित प्रेसवार्ता में दिमित्री से संवाददाताअें ने पूछा कि क्या सम्मेलन में हंगरी, सर्बिया व तुर्किये द्वारा भाग लेना और जारी बयान पर हस्ताक्षर करना रूस के लिए झटका नहीं है।

इस पर पेस्कोव ने कहा कि नहीं, इन देशों के सम्मेलन में भाग लेने से संबंध खराब नहीं होंगे, हम उनसे लगातार संपर्क में रहकर अपना पक्ष रखते रहेंगे। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि निश्चित रूप से हम समझते हैं कि वह समय आएगा जब रूस से बात करना जरूरी होगा। लेकिन हमारी स्थिति स्पष्ट है, हम रूस को चेतावनी भरी भाषा का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देंगे, जैसा वह इस समय कर रहा है।

मालूम हो कि स्विटजरलैंड में आयोजित सम्मेलन में 90 से अधिक देशों ने भाग लिया, जिसमें से 80 ने युद्ध समाप्त करने लिए यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रखने की शर्त पर हस्ताक्षर किए। वहीं, भारत सहित 12 देशों ने इस शर्त से टकराव की आशंका जताते हुए हस्ताक्षर नहीं किए।

आज उत्तर कोरिया जाएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर उत्तर कोरिया जाएंगे। परमाणु हथियारों से संपन्न इस देश से अपनी साझेदारी और मजबूत करने के लिए पुतिन की यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन ने पिछले वर्ष सितंबर में अपनी रूस की यात्रा के दौरान पुतिन को भी अपने देश की यात्रा के लिए आमंत्रित किया था।

पुतिन ने चार उप रक्षा मंत्रियों को किया बर्खास्त

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को चार उप रक्षा मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है। इनमें से एक स्थान पर अपनी रिश्तेदार अन्ना त्सिविलेवा को नियुक्त किया है। रूसी मीडिया के अनुसार, अन्ना, पुतिन के चचेरे भाई की पुत्री हैं। वहीं, जिन तीन अन्य लोगों को रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव का डिप्टी नियुक्त किया गया है उनमें लियोनिड गोरनिन, पावेल फ्राडकोव व ओलेग सेवेल्येव शामिल हैं। चार बर्खास्त उप रक्षा मंत्रियों में निकोलई पानकोव, रस्लैन त्सालिकोव, टैटियाना शेवस्तोवा और पावेले पोपोव शामिल हैं।

रूस का यूक्रेन के बिजली संयंत्रों पर फिर हमला

रूस ने यूक्रेन पर सोमवार को फिर हमला किया। यूक्रेन के पूर्वी-मध्य क्षेत्र पोल्टावा रीजन में किए मिसाइल हमले में नौ लोग घायल हो गए और बिजली लाइन क्षतिग्रस्त होने से 55 हजार लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

दूसरी ओर, रूस ने दावा किया है कि यूक्रेनी ड्रोन ने उसके लिपेट्स्क रीजन में नोवोलिपेट्स्क मेटालुरजिकल प्लांट पर हमला किया है। पोल्टावा के रीजनल गवर्नर फिलिप प्रोनिन ने एक वीडियो जारी कर कहा कि प्राथमिक सूचना के अनुसार, हमले में किसी की जान नहीं गई है।