Move to Jagran APP

Zaporizhzhia न्‍यूक्लियर प्‍लांट के पास हुए हमलों को लेकर संयुक्‍त राष्‍ट्र ने रूस को दी चेतावनी

रूस और यूक्रेन का युद्ध दोनों पर ही भारी पड़ रहा है। इस युद्ध में सबसे बड़ा खतरा Zaporizhzhia न्‍यूक्लियर पावर प्‍लांट पर मंडरा रहा है। इसके आसपास युद्ध शुरू होने के बाद से ही हमले हो रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Kamal VermaUpdated: Mon, 21 Nov 2022 08:43 AM (IST)
Hero Image
Zaporizhzhia न्‍यूक्लियर पावर प्‍लांट के पास हो रहे हमले
कीव (एजेंसी)। यूक्रेन में स्थित यूरोप के सबसे बड़े Zaporizhzhia न्‍यूक्लियर प्‍लांट को लेकर संयुक्‍त राष्‍ट्र ने रूस को एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दी है। इस न्‍यूक्लियर प्‍लांट के करीब रूस ने फिर से हमले किए हैं जिसके मद्देनजर यूएन ने रूस को चेताया है। बता दें कि इस न्‍यूक्लियर प्‍लांट पर रूस ने युद्ध की शुरुआत के कुछ दिनों बाद ही कब्‍जा कर लिया था। रूस के कब्‍जे में आने के बाद से यूक्रेन समेत एक बड़े इलाके में बिजली संकट भी गहराया हुआ है। UN Nuclear Watchdog ने न्‍यूक्लियर प्‍लांट के आस-पास हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है और इसकी कड़ी निंदा की है। यूएन वाचडाग के प्रमुख ने कहा है कि इन हमलों से इस न्‍यूक्लियर प्‍लांट को खतरा बढ़ गया है।

एक दूसरे को ठहरा रहे दोषी 

वहीं दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन यहां पर होने वाले हमलों के लिए एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं। हालांकि, इन हमलों से न्‍यूक्लियर प्‍लांट से होने वाली पावर सप्‍लाई में किसी तरह की कोई बाधा नहीं आई है और न ही प्‍लांट की इमारत को किसी तरह का नुकसान पहुंचा है। रूस के बिजली मंत्री ने कहा है कि पावर प्‍लांट को लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है। ये पूरी तरह से सुरक्षित है। रूस की तरफ से इस बारे में ये बयान यूक्रेन के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें यूक्रेन ने कहा था कि हमलों के मद्देनजर किसी भी वक्‍त बिजली सप्‍लाई पूरी तरह से ठप हो सकती है और शटडाउन की नौबत आ सकती है।

युद्ध में जान-माल का भारी नुकसान 

बता दें कि रूस और यूक्रेन युद्ध को दस माह हो गए हैं। इस दौरान यूक्रेन को भारी जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, रूस को भी इसका चौतरफा नुकसान हो रहा है। पिछले दिनों खेरसान से रूस की सेना बाहर हो गई थी, जिसके बाद वहां पर यूक्रेन के राष्‍ट्रपति ने अपना राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराया था। इस इलाके के यूक्रेन के नियंत्रण में आने के बाद पहली बार यहां पर ट्रेन से लोग पहुंचे और यहां पर बचे स्‍थानीय लोग भी अपनी जरूरत का सामान लेने के लिए बाहर निकले। यूक्रेन के कब्‍जे के बाद यहां की सुपरमार्किट की रौनक एक बार फिर से लौटती दिखाई दी है। बाजार खुल गए हैं और लोग भी बाहर निकल रहे हैं।  

भारत के लिए कितना मायने रखता है पाकिस्‍तान का नया आर्मी चीफ, जानें- कौन ले सकता है जनरल बाजवा की जगह

FIFA 2022 बन रहा भारत-कतर रिश्‍तों को और मजबूत करने का जरिया, जानें- दोनों देश एक दूसरे पर कितना हैं निर्भर