Virtual G20 Leaders Summit: व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में होगी बैठक, इन मुद्दों पर नेताओं के बीच होगी अहम चर्चा
Virtual G20 Leaders Summit व्लादिमीर पुतिन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। क्रेमलिन ने आगे कहाशिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग 2023 में भारत के राष्ट्रपति पद की समीक्षा करेंगे और वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्त की स्थिति जलवायु एजेंडा डिजिटलीकरण और अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी शाम साढ़े पांच बजे से सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 22 Nov 2023 06:30 AM (IST)
एएनआई, मॉस्को। Virtual G20 Leaders' Summit। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (बुधवार) वर्चुअल जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। पीएम मोदी शाम साढ़े पांच बजे से सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी में जी20 नेताओं के डिजिटल सम्मेलन से एक दिन पहले मंगलवार को भारत ने कहा कि यह सम्मेलन नई दिल्ली घोषणापत्र के कार्यान्वयन पर चर्चा करने, महत्वपूर्ण चुनौतियों के संबंध में सहयोग बढ़ाने और वैश्विक शासन की कमियों को दूर करने का अवसर प्रदान करेगा। गौरतलब है कि इस वर्चुअल मीटिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी हिस्सा लेने वाले हैं।
वैश्विक अर्थव्यवस्था सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा
क्रेमलिन की ओर से जानकारी दी गई कि 22 नवंबर को व्लादिमीर पुतिन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।" क्रेमलिन ने आगे कहा,"शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग 2023 में भारत के राष्ट्रपति पद की समीक्षा करेंगे और वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्त की स्थिति, जलवायु एजेंडा, डिजिटलीकरण और अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे।"
नौ अतिथि देशों को किया गया आमंत्रित
इस बैठक में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी-20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन में जी-20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा को सर्वसम्मति से अपनाया गया था।भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने शिखर सम्मेलन के संबंध में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नौ और 10 सितंबर को नेताओं के शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी और नई दिल्ली घोषणा पत्र को सर्वसम्मति से अपनाने के बाद से दुनिया ने लगातार अलग-अलग घटनाएं देखी हैं और कई नई चुनौतियां सामने आई हैं।